पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज हसन अली बहुत कम समय में क्रिकेट वर्ल्ड में एक अलग पहचान बनाने में कामयाब रहे हैं। हसन अली पाकिस्तान की ओर से वनडे इंटरनैशनल में सबसे तेजी से 50 विकेट लेने वाले गेंदबाज भी हैं, अली से पहले ये रिकॉर्ड वकार यूनुस के नाम दर्ज था। हसन अली चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान अपनी गेंदबाजी से सुर्खियां बटोरने में कामयाब रहे थे, भारत के खिलाफ हसन ने शानदार गेंदबाजी कर पाकिस्तान की जीत में अहम योगदान दिया था। हसन बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक रखते थे और घरवाले भी उनका सपोर्ट करते थे। बड़े भाई अता उर रहमान ने हसन को इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए काफी मेहनत की है। रहमान को हसन पर भरोसा था कि वह एक कामयाब तेज गेंदबाज बनेंगे, लिहाजा उन्होंने हर मोड़ पर उनका साथ दिया। 23 वर्षीय हसन ने साल 2017 में वनडे इंटरनैशनल में सबसे ज्यादा विकेट हासिल कर एक नया रिकॉर्ड अपने नाम किया।

हसन अली पाकिस्तान के एक अनुभवी तेज गेंदबाज हैं। आईसीसी वनडे बॉलिंग रैंकिंग में वह टॉप पर भी रह चुके हैं। उन्होंने 60 टी20 मैचों में 77 विकेट झटके हैं। (Source: Reuters file)

अपने भाई के लिए रहमान ने एक स्पेशल पिच तैयार किया, जहां पास ही एक कमरा भी बनवाया। इतना ही नहीं उन्होंने पास ही एक जिम का भी इंतजाम कर दिया। रहमान चाहते थे कि उनके भाई के रास्ते में किसी तरह की परेशानियां ना आए। हसन बचपन से ही काफी शरारती थे, और कुछ ना कुछ करते ही रहते थे। स्कूल के दौरान हसन एक लड़की का बेसब्री से इंतजार किया करते थे, उन्होंने अपना हेयर स्टाइल भी काफी स्टाइलिश रखा हुआ था।

कुछ दिनों तक तो रहमान ने उनकी इस हरकत को नजरअंदाज किया, लेकिन मामला आगे बढ़ता देख उन्होंने उनका सिर मुंडवा दिया। रहमान चाहते थे कि हसन सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दे और कहीं नहीं। इसके बाद हसन को कोच के रूप में अंसार जफर उर्फ बाबाजी मिले। बाबाजी ने इसके बाद हसन को सही रास्ते पर लाने का काम किया। हसन के बड़े भाई उर रहमान भी एक क्रिकेटर है और घरेलू लेवल पर टीम के लिए बल्लेबाजी करते रहे हैं।