ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच मैच हमेशा रोमांचक होता है। दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच हमेशा से कड़ा मुक़ाबला देखने को मिला है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने खुलासा किया कि उन्होंने अपने करियर में जितने भी गेंदबाजों का सामना किया उनमें भारत के हरभजन सिंह को खेलना सबसे मुश्किल था। गिलक्रस्टि ने यह बात 2001 में भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में मिली हार को याद करते हुए कही।

2001 में भारत के खिलाफ मिली हार ने ऑस्ट्रेलिया के लगातार 16 टेस्ट मैच जीतने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। हालांकि, सीरीज के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की थी और गिलक्रिस्ट ने भी शानदार शतक लगाया था। ‘क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू’ ने गिलक्रिस्ट के हवाले से बताया, “हम हमारे 99 पर पांच विकेट गिर गए थे तब मैं बल्लेबाजी करने गया। मैंने 80 गेंदों में शतक जड़ दिया और तीन दिन में हम मैच जीत गए। मैंने सोचा कि यह खिलाड़ी 30 साल से क्या कर रहे हैं, यह कितना आसान है, लेकिन मैं गलत था। हम दूसरे मैच में गए और सच्चाई हमारे सामने आ गई।”

गिलक्रिस्ट ने कहा, “सीरीज के अंत में हमें लगा कि हमें केवल अटैक करने के बजाए डिफेंस भी सीखना होगा क्योंकि यह हमेशा काम नहीं करता। हरभजन ने हमें आश्चर्य में डाल दिया था। वह पूरे करियर में मेरे कड़े प्रतिद्वंद्वी रहे। मुझे उन्हें और मुरली कार्तिक को खेलना शायद सबसे मुश्किल लगता था।” हरभजन ने 2001 में तीना मैचों की सीरीज में कुल 32 विकेट लिए थे जिसमें भारत के किसी गेंदबाज द्वारा ली गई पहली हैट्रिक भी शामिल है।

बता दें ईडन गार्डन्स में खेले गए टेस्ट मैच में भारत को फॉलोऑन खेलने पर मजबूर होना पड़ा था। इसके बावजूद भारत ने बेहतरीन वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को ये मैच हारा दिया था। पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के 445 रन के जवाब में सौरव गांगुली की कप्तानी वाली भारतीय टीम 171 रन पर सिमट गई थी। दूसरी पारी में भारतीय सलामी जोड़ी के आउट होने के बाद दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने 376 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की। इसकी बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर ऐतिहासित जीत दर्ज कर ली। तब लक्ष्मण ने 281 रन बनाए थे, जो उस वक्त टेस्ट क्रिकेट में किसी भी भारतीय बल्लेबाज का सर्वश्रेष्ठ स्कोर था।