कर्नल सीके नायडू लाइव टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित भारत के पूर्व रणजी क्रिकेट राजिंदर गोयल ने लगभग 30 साल पुराना एक पत्र शेयर किया है। इस पत्र की खास बात यह है कि इसे ग्वालियर जेल में बंद एक डकैत ने राजिंदर गोयल की प्रशंसा में लिखा था। उस डकैत ने रणजी ट्रॉफी में गोयल के शानदार प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुए पत्र में बताया था कि वह उनकी गेंदबाजी का बहुत बड़ा फैन है। गौरतलब है कि राजिंदर गोयल ने रणजी क्रिकेट में 600 से अधिक विकेट लिए हैं। पत्र में डकैत ने लिखा है,’रणजी ट्रॉफी में 600 से अधिक विकेट लेने की खुशी में मेरी बधाई स्वीकार करें।’
उस डकैत ने आगे लिखा है, ‘हम आपके बहुत प्रशंसक होकर यह पत्र व्यवहार कर रहे हैं और भविष्य की कामना करते हैं कि इश्वर आपको दिन प्रति दिन सफलता दिलाए।’ पत्र पर 8 अप्रैल, 1985 की तारीख दर्ज है और भूरा सिंह यादव नाम के डकैत ने राजिंदर गोयल के नाम ग्वालियर सेंट्रल जेल से प्रेषित किया है। गोयल ने इस संबंध में कहा, ‘तब कुरियर सर्विस नहीं हुआ करता था और मैं एक मैच खेलने के लिए दिल्ली में था। उसी समय मेरे परिवार वालों को यह पत्र मिला, जिससे वे काफी डर गए थे।’ गोयल ने बताया कि उनके परिवार के सदस्य पत्र मिलने के बाद इतने डर गए थे कि उन्होंने कहा, ‘अब उसे हमारे घर का पता मिल गया है, वो हमसे पैसे मांगेगा।’
राजिंदर गोयल ने आगे बताया, ‘मुझे एक डकैत की तरफ से पत्र मिलने पर बिल्कुल भी डर नहीं लगा था। मैंने उसे जवाब में एक खत लिखा और अपनी एक तस्वीर भी भेजी। मैं उस दौरान अपने प्रशंसकों के खतों का जवाब देता था और सबको अपनी फोटोज भेज देता था। मैंने उस डकैत को धन्यवाद कहा और उससे एक अच्छा आदमी बनने की प्रार्थना की।।’ गोयल ने बताया कि जब उन्हें यह पत्र मिला उससे तीन चार साल पहले उन्होंने उस डकैत को टीवी पर देखा था। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता अब वह जिंदा है भी या नहीं। राजिंदर गोयल ने कहा,’मैंने इस पत्र को 30 सालों से संभालकर रखा है। मुझे चयनकर्ताओं ने कभी खेलने का मौका नहीं दिया, लेकिन एक डकैत ने मूरी गेंदबाजी को पसंद किया।’

