भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज जैकब मार्टिन पिछले महीने 28 दिसंबर को एक सड़क दुघर्टना में बुरी तरह घायल हो गए थे। इसके बाद से बडोदरा के अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा है और उन्हें लाइफ सपॉर्ट पर रखा गया है। मार्टिन के परिवार वाले उनके इलाज के लिए फंड जुटाने का प्रयास कर रहे हैं। सड़क दुघर्टना में मार्टिन के फेफड़े और लीवर को काफी नुकसान पहुंचा है। अस्पताल का बिल 11 लाख रुपये के पार पहुंच गया है और मार्टिन को अभी और पैसों की जरूरत है। मार्टिन के परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वह अकेले दम पर उनका इलाज करा पाए। इस वजह से परिवार वालों ने उनके इलाज के लिए बीसीसीआई और दूसरे क्रिकेटर्स से मदद की गुहार लगाई। इसके बाद बीसीसीआई ने उनके इलाज के लिए पांच लाख रुपये की मदद की है, जबकि बड़ौदा क्रिकेट संघ ने उन्हें तीन लाख रुपये दिया है। बड़ौदा क्रिकेट संघ के एक अधिकारी के मुताबिक जब उन्हें इस घटना के बारे में पता चला तो वह उनकी मदद करने के लिए आगे आए।

मार्टिन को अस्पताल में पैसे नहीं होने की वजह से कुछ दिन पहले तक दवाइयां भी नहीं मिल पा रही थी। हालांकि, बाद में बीसीसीआई और बड़ौदा क्रिकेट संघ की मदद से अस्पताल को पैसा दिया गया। इसके बावजूद भी अभी इलाज के लिए पैसों की जरूरत पड़ सकती है, जिस वजह से परिवार के सदस्य परेशान घूम रहे हैं। बता दें कि जैकब मार्टिन रणजी में साल 2001 में बडौदा की टीम का नेतृत्व कर चुके हैं। वह बडौदा के लिए 100 से अधिक मैचों में हिस्सा ले चुके हैं।

वहीं मार्टिन ने 90 के दशक में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी वनडे मैच खेलने का काम किया था। मार्टिन ने अपने वनडे करियर के 10 मैचों में 158 रन बनाए थे। उन्होंने अपना पहला मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ साल 1999 में खेला था। वहीं 2001 में केन्या के खिलाफ वह आखिरी बार भारतीय टीम की जर्सी में नजर आए थे। भारतीय टीम से बाहर चल रहे ऑलराउंडर खिलाड़ी युसूफ पठान भी कुछ दिन पहले मार्टिन से मिलने अस्पताल पहुंचे थे।