Irfan Pathan retirement: भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर इरफान पठान ने शनिवार (4 जनवरी) को संन्यास का ऐलान कर दिया है। पिछले सात साल से पठान भारतीय टीम से दूर थे और पिछले कुछ सीजनों में उन्हें आईपीएल खेलने का मौका भी नहीं मिल रहा था। 35 साल की उम्र में पठान ने 16 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर का समापन किया। अपने क्रिकेट करियर के दौरान पठान ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। टेस्ट क्रिकेट में पााकिस्तान के खिलाफ हैट्रिक लेकर इऱफान ने कई दिनों तक सुर्खियां बटोरने का काम किया था। इरफान पठान ने स्टार स्पोर्ट्स चैनल पर आधिकारिक तौर पर अपने रिटायरमेंट की घोषणा की। पठान ने बताया कि सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर जैसे क्रिकेटर के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करना उनके लिए खुशकिस्मती थी। पठान ने अपने क्रिकेट फैंस का धन्यवाद करते हुए अपने क्रिकेट के सफर पर विराम लगाने का काम किया।
पठान ने अपना आखिरी प्रतिस्पर्धी मैच फरवरी 2019 में जम्मू कश्मीर की तरफ से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेला था। उन्होंने यहां तक कि पिछले महीने खुद को आईपीएल के नीलामी पूल में भी नहीं रखा था। बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड ओवल में भारत की तरफ से डेब्यू किया था। वह बहुत तेजी से गेंदबाजी नहीं करते थे लेकिन दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए स्विंग कराने की नैसर्गिक क्षमता के कारण उन्हें जल्द ही सफलता मिलने लगी और उनकी कपिल देव से भी तुलना की जाने लगी। ऐसा लग रहा था कि भारत को वह अदद आलराउंडर मिल चुका है जिसकी उसे कपिल देव के संन्यास लेने के बाद तलाश थी।
भारत की तरफ से आखिरी मैच अक्टूबर 2012 में खेलने वाले इरफान ने 29 टेस्ट मैचों में 1105 रन बनाये और 100 विकेट लिये। उन्होंने 120 वनडे में 1544 रन बनाने के अलावा 173 विकेट हासिल किये और 24 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 172 रन बनाये और 28 विकेट लिये। वह विश्व टी20 चैंपियनशिप 2007 में खिताब जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे और पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मैच में उन्हें मैन आफ द मैच चुना गया था।