रविवार को भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार खेल दिखाते हुए सात विकेट से फाइनल मैच अपने नाम कर लिया। इसके साथ ही भारत ने तीन मैचों की टी-20 सीरीज 2-1 से जीत ली। एक समय ऐसा लगा रहा था कि इंग्लैंड की टीम इस मैच में भारत को बड़े अंतर से शिकस्त दे देगी। हालांकि, अंतिम के कुछ ओवरों में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच में वापसी कर ली। फाइनल मुकाबले में अच्छी शुरुआत के बाद मिली हार से इंग्लैंड के कप्तान इयोन मॉर्गन निराश नजर आए। इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने निराशा जताते हुए कहा कि उनकी टीम अच्छी शुरुआत का फायदा उठाने में नाकाम रही और वह 20 या 30 रन अधिक बना सकती थी। मोर्गन ने कहा, ‘रॉय और बटलर ने हमें बेहतरीन शुरुआत दिलाई लेकिन उन्होंने जो मंच तैयार किया था हम उसके साथ न्याय नहीं कर पाए। हमने 20 से 30 रन कम बनाए। हम बाद में अच्छी तरह से शॉट नहीं लगा पाए। हम छोटे मैदान पर इससे अधिक स्कोर की उम्मीद कर रहे थे। उम्मीद है इससे हम सबक लेंगे और सुधार करेंगे।’ बता दें कि रोहित को मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज चुना गया।

हार्दिक पंड्या और एमएस धोनी।

मॉर्गन ने कहा कि परिस्थितियां का अनुमान लगाना महत्वपूर्ण था। भारतीय उप कप्तान ने कहा, ‘यह खेल की मेरी शैली है। पारी के शुरू में परिस्थितियों का आकलन करना महत्वपूर्ण था। हमें पता था कि विकेट बल्लेबाजी के लिये अच्छा है और बाउंड्री छोटी है। मैं शांतचित होकर खेलना चाहता था। मैं जानता था कि क्रीज पर टिके रहने से आप बाद में रन बना सकते हो।’ उन्होंने कहा, ‘चार क्षेत्ररक्षकों के तीस गज की रेखा के अंदर होने के कारण आपके पास मौका होता है और पंड्या ने पिछले कुछ वर्षों से इसका ऐसा करता रहा है।

पंड्या ने जिस तरह से गेंदबाजी की उससे उसका आत्मविश्वास बढ़ा था। टीम उससे यही चाहती थी।’ भारत ने अंतिम तीन ओवरों में सिर्फ 23 रन ही दिए और इस वजह से वह मेजबान इंग्लैंड को 200 के नीचे रोकने में सफल रहा। हार्दिक पांड्या ने 38 रन देकर सर्वाधिक चार विकेट चटकाए। पांड्या का टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में यह सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है।