लीसेस्टरशायर के पूर्व खिलाड़ी और डर्बीशायर क्रिकेट टीम के खिलाड़ी शिव ठाकुर पर खेल को बदनामी में लाने के कारण छह महीने का बैन लगाया गया है। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के क्रिकेट अनुशासन आयोग (सीडीसी) में सुनवाई के दौरान उनके खिलाफ यह कदम उठाया गया है। इस आयोग की अध्यक्षता रिकी निधम के साथ एडवर्ड सिलिंगर और क्लैर टेलर ने की थी। दरअसल शिव ठाकुर पर आरोप लगा था कि उन्होंने दो लड़कियों के सामने अपने कपड़े उतार दिए थे। इस मामले वह कोर्ट में भी दोषी ठहराए गए थे। शिव ठाकुर पर इसी साल 12 और 19 जून में दो आरोप लगे थे। तब उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। दोनों ही मामलों में उन्हें अपराधी बताया गया था। हालांकि 24 नवंबर, 2018 तक सजा ना सुनाने के साथ बिना किसी शर्त जमानत मिली है। आरोपों के बाद सीडीसी ने ईसीबी के अंतर्गत आने वाली क्रिकेट टीमों में उनके खेलने पर बैन लगा दिया है। इसके तहत उन्हें शुरू में तीन महीना, एक अप्रैल से 30 जून, 2018 तक बैन का सामना करना होगा। इसके बाद बैन का विस्तार किया जाएगा।
बता दें कि आरोपों को लेकर शिव ठाकुर से जब उनका पक्ष रखने को कहा तो उन्होंने कहा था, ‘मैं अपनी 16 साल की गर्लफ्रेंड से संतुष्ट है, इसलिए मैने ये अपराध नहीं किए हैं।’ ठाकुर ने इसी कोर्ट में मामले की पिछली सुनवाई के दौरान आरोपों को सिरे से नकार दिया था। उनके गवाह ने इस बाबत कहा कि ठाकुर बेहद शांत और सभ्य थे। उन्हें अच्छे से पता था कि वह क्या कर रहे हैं। खिलाड़ी ने बाद में समझाया कि उनमें चीजों को दोबारा से व्यवस्थित करने की प्रवृत्ति है।

