अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को करारी शिकस्त देने के बाद वर्ल्ड चैंपियन भारतीय खिलाड़ी वापस भारत लौट आए हैं। मुंबई के रहने वाले पृथ्वी शॉ के नेतृत्व में टीम इंडिया ने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता, जिसके बाद भारत ने चार वर्ल्ड कप टाइटल अपने नाम दर्ज कर लिए हैं। भारतीय खिलाड़ियों ने पूरे टूर्नामेंट में अपना बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया था। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान पृथ्वी शॉ ने कहा “यह जीत मेरे और इस स्क्वॉड का हिस्सा रहे प्रत्येक व्यक्ति के लिए बहुत बड़ी है। जिस तरह हमने टूर्नामेंट में खेला है उससे मैं बहुत खुश हूं, फिर चाहे वह गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग ही क्यों न हो। हमारे पास बहुत ही शानदार खिलाड़ी हैं जिसके कारण एक कप्तान का कार्य आसान बन जाता है।”

पृथ्वी शॉ की जर्सी का नंबर 100 है जिसे लेकर ऐसा माना जाता है कि इसके पीछे कोई अंधविश्वास या कोई अन्य धारणा छिपी है। इसका खुलासा करते हुए पृथ्वी ने कहा “इसके पीछे कोई भी अंधविश्वास नहीं है और न ही कोई अन्य बात है। मुझे 100 नंबर पसंद है। हिंदी में इसे सौ बोला जाता है जो कि मेरे उपनाम शॉ की तरह लगता है।” वहीं अपनी कप्तानी को लेकर पृथ्वी ने कहा “कप्तानी मुझे फील्ड के अंदर और बाहर दोनों ही जगह जिम्मेदार बनाती है। जब आप टीम का नेतृत्व करते हो तो आपको ज्यादा फोकस होना पड़ता है। मैंने अपनी स्कूल टीम और स्टेट के लिए भी कप्तानी की हुई है।”

अंडर-19 टीम के कोच और पूर्व खिलाड़ी राहुल द्रविड के बारे में बात करते हुए पृथ्वी ने कहा “वे महान हैं लेकिन उन्होंने हमारे लिए एक ऐसा वातावरण बनाया था, जिसमें हम खुलकर एक दोस्त की तरह उनसे बात कर सकते थे। वे बहुत ही साधारण से व्यक्ति हैं। द्रविड जिस तरह खुद को रखते हैं वह बहुत ही अद्भुत है। वर्ल्ड कप जीतने के बाद उन्होंने हमसे कहा था कि जमीन से जुड़े रहो।”