अपनी फिरकी से आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को भौंचक्का करने वाले चाइनामैन कुलदीप यादव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन पहली पारी में चार विकेट अपने नाम किए। कुलदीप ने इस शानदार पदार्पण को सपने के सच होने जैसा बताया। कुलदीप के चार विकेटों की मदद से भारत मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया को 300 रनों पर समेटने में कामयाब रहा। दिन का खेल खत्म होने के बाद कुलदीप ने कहा, “मैं बेहद खुश हूं। यह मेरा सपना सच होने जैसा है। एक टेस्ट मैच में आप इससे ज्यादा कुछ और नहीं मांग सकते।”
कानपुर निवासी कुलदीप ने कहा कि वह मैच से पहले थोड़ा घबराए हुए थे, लेकिन जब कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे ने उन्हें गेंद सौंपी तो उन्हें आत्मविश्वास मिला। उन्होंने कहा, “शुरुआत में मैं जब फाइन लेग पर खड़ा था तो घबराया हुआ था। लेकिन इसके बाद मेरे लिए सबकुछ सामान्य हो गया। मैंने अपनी फिटनेस पर काम किया, जिससे मुझे गेंदबाजी में मदद मिली।” हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ (एचपीसीए)की पिच के बारे में पूछने पर कुलदीप ने कहा, “पिच बल्लेबाजी करने के लिए अच्छी थी। विकेट पर ज्यादा स्पिन नहीं थी, हां स्पिनरों को थोड़ी बहुत मदद मिल रही थी। मैंने विकेट पर ही गेंद रखी और विविधता के साथ गेंदबाजी की।” कुलदीप ने अर्धशतक लगाने वाले डेविड वार्नर, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ग्लेन मैक्सवेल और पैट कमिंस के विकेट लिए।
हैंड्सकॉम्ब, कुलदीप की गेंद को भांप नहीं पाए और गेंद उनके बल्ले तथा पैड के बीच में से बने गैप में से विकटों को ले उड़ी। मैक्सवेल को कुलदीप की गुगली की भनक तक नहीं लगी और गेंद उनकी गिल्लियां ले गई। कुलदीप ने कहा, “मैंने अपनी विविधता पर खूब काम किया है, चाहे वो गुगली हो, फ्लिपर हो या सामान्य गेंद। हैंड्सकॉम्ब के लिए मैंने रणनीति बनाई थी और फिर चाइनामैन गेंद फेंकी।”
What kind of notes did @imkuldeep18 take from @ShaneWarne? The Chinaman gives a funny twist to it #TeamIndia #INDvAUS pic.twitter.com/5Yy1x0oIzh
— BCCI (@BCCI) March 25, 2017
डेविड वार्नर को आउट किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर कुलदीप यादव ने बताया कि इस तरह की गेंद डालने के लिए उन्होंने शेन वार्न से मदद ली थी। वह चाइनामैन नहीं थी। फ्लिपर थी शायद। वह उन्हीं से सीखी थी। उनसे सीखकर उनके ही बल्लेबाज को आउट कर दिया। कुलदीप के इस जवाब पर प्रेस कांफ्रेंस में बैठे सभी लोग हंस पड़े।