सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 लीग ट्रॉपी के लिए इंदौर रवाना होने से एक दिन पहले मुंबई के खिलाड़ी तुषार देशपांडे को उनकी जिंदगी की सबसे दुखद खबर मिली। कैंसर के चौथे स्टेज से गुजर रही उनकी मां का देहांत हो गया। वह पिछले दो साल से कैंसर से पीड़ित थी। इस दौरान तुषार ने हिम्मत से काम लिया और अपनी हिम्मत पर भावनाओं को हावी नहीं होने दिया। उनके साथी खिलाड़ियों को संशय था कि 6 मार्च को देशपांडे टीम से जुड़ेंगे भी या नहीं । साथी खिलाड़ियों ने उनसे बाद में टीम ज्वाइन करने के लिए कहा था लेकिन अगले दिन देशपांडे समय पर एयरपोर्ट पर पहुंच गए। इतना ही नहीं तुषार ने मुंबई की तरफ से खेलते हुए दिल्ली के खिलाफ चार विकेट लिया। और मुंबई ने 8 विकेट से यह मैच अपने नाम कर लिया।इस मैच में दिल्ली ने 20 ओवर में 7 विकेट गंवाकर 144 रन बनाए।इस दौरान देशपांडे ने 19 रन देकर चार विकेट चटकाए।

इंडियन एक्सप्रेस से देशपांडे ने कहा उनकी मां का कैंसर लास्ट स्टेज पर था और उनकी 24 केमोथेरपी हुई लेकिन उनका शरीर साथ नहीं दे रहा था। आमतौर पर 12 कीमोथेरेपी के बाद आदमी का शरीर साथ देने लगता है। पिछले दो महीने से वह बातचीत नहीं कर रही थी।देशपांडे ने अपने पिता और पूर्व क्रिकेट उदय से मां की मौत के बाद रुकने के लिए पूछा था लेकिन उनके पिता ने उन्हें इंदौर जाने की सलाह दी और वह खेलने आए।देशपांडे ने कहा कि मेरी मां कहती थी तू अपने खेल पर ध्यान दे मैं ठीक हो जाऊंगी। लेकिन सच तो हमे पता ही था।

गौरतलब है कि इस बार के आईपीएल में तुषार देशपांडे को किसी भी टीम ने नहीं खरीदा।इसके बाद उन्हें कई टीमों ने ट्रायल के लिए बुलाया  लेकिन देशपांडे लोकल लीग खेलने  की वजह से वहां नहीं जा पाए। देशपांडे का कहना है कि वह इससे निराश नहीं है अगली साल वह फिर से  प्रयास करेंगे आईपीएल में चुने जाने के लिए।