जोहान्सबर्ग में खेले गए पहले टी-20 मैच में भुवनेश्वर कुमार ने शानदार गेंदबाजी कर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। भुवनेश्वर कुमार ने इस मैच में पांच विकेट अपने नाम किए और इसके साथ ही वह भारत की तरफ से तीनों फॉर्मेट में पांच विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज भी बन गए। इस मैच के दौरान भुवनेश्वर कुमार ने अपनी गेंदबाजी में एक नया प्रयोग किया। उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को ‘नकल बॉल’ फेंककर शॉट्स खेलने का कोई मौका नहीं दिया। आईपीएल 10 के दौरान ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज एंड्रयू टाई ने इस गेंद का भरपूर इस्तेमाल किया था, जिसके बाद उन्हें टूर्नामेंट में कई सफलताएं भी मिली। टाई को इस तरीके का गेंदबाजी करता देख भुवी ने भी इस पर काम करना शुरू किया और काफी मेहनत करने के बाद वह इस गेंद को सही तरीके से डालने में सफल रहे। ‘नकल बॉल’ डालना हर गेंदबाज की बस की बात नहीं है, इसके लिए काफी अभ्यास करना पड़ता है, जो काम भुवी ने किया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 मैच में भुवी ने इसका उपयोग किया और कई रिकॉर्ड अपने नाम करने में कामयाबी हासिल की।
भुवनेश्वर की पहचान वैसे तो स्विंग गेंदबाज के तौर पर की जाती है, लेकिन उनके इस प्रयोग ने उन्हें एक अलग दर्जे का गेंदबाज बना दिया है। भारत की ओर से भुवी से पहले जहीर खान इस तरह की गेंद फेंका करते थे। दुनिया में बेहद कम ऐसे गेंदबाज हैं जो इस तरह की गेंद डालने में सफल होते हैं। दरअसल, ‘नकल बॉल’ को फेंकने का तरीका बिल्कुल अलग है।
अपनी अंगुलियों के अंतिम छोर से गेंद को पकड़कर गेंदबाज धीमी गती से इसे फेंकता है, जिससे बल्लेबाज को शॉट खेलने में खासा परेशानी होती है। इस गेंद को क्रिकेट के दिग्गज विकेट टेकिंग डिलेवरी मानते हैं। भुवनेश्वर कुमार पांच विकेट लेकर पहले मैच में इस बात को साबित भी कर दिया। ऐसे में अब बचे हुए दो मैचों में भुवी इसका इस्तेमाल किस तरह करते हैं, ये देखना दिलचस्प होगा।