भारतीय टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में काफी असरदार साबित रहे थे। भुवनेश्वर कुमार ने पहले टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन कर सभी का दिल जीत लिया था। हालांकि, दूसरे टेस्ट मैच में कप्तान कोहली ने उनको टीम से बाहर कर ईशांत शर्मा को मौका दिया। कोहली के इस फैसले के बाद उनकी काफी आलोचनाएं भी की गई थी। टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले भुवनेश्वर कुमार वनडे सीरीज में अभी तक कुछ खास कमाल नहीं कर पाए हैं। पहले पांच मैचों में भुवनेश्वर कुमार ने 33 ओवर डाले, जिस दौरान उन्होंने सिर्फ दो विकेट हासिल किया और 201 रन खर्च कर डाले। यही वजह रही कि आखिरी वनडे मैच में कप्तान कोहली ने उनकी जगह युवा गेंदबाज शार्दुल ठाकुर को टीम में लेने का फैसला किया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे इस वनडे सीरीज में तेज गेंदबाजों से ज्यादा स्पिनर्स सफल रहे हैं। कुलदीप यादव ने अभी तक इस सीरीज में 16 विकेट हासिल किए हैं तो वहीं युजवेंद्र चहल ने 14 बल्लेबाजों को आउट करने में कामयाबी हासिल की है। इन दोनों के अलावा भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए भी यह सीरीज बेहद अहम रहा है।
धोनी भले ही बल्ले से ज्यादा कुछ नहीं कर पा रहे हों, लेकिन मैदान पर उनकी मौजूदगी ही टीम को कई बार मुश्किलों से निकालने का काम किया है। सेंचुरियन वनडे में एक कैच लेते ही धोनी इंटरनैशनल मैचों में 600 कैच पकड़ने वाले दुनिया के तीसरे विकेटकीपर बन जाएंगे। इसके अलावा धोनी अपने वनडे करियर के 10000 रन पूरा करने से महज 33 रन दूर हैं, धोनी अगर आखिरी वनडे में 33 रन बनाने में कामयाब हो जाते हैं तो वह एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे।
वहीं अगर दक्षिण अफ्रीका की बात करें तो अपने घर में सीरीज हारने के बाद टीम की कोशिश आखिरी मैच को जीतकर सीरीज 4-2 से खत्म करने की होगी। दक्षिण अफ्रीका को अपने घर में इससे पहले साल 2002 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5-1 से हार का सामना करना पड़ा था। दोनों ही टीमें इस मैच को जीतने की भरपूर कोशिश करेगी।