चैंपियंस ट्रॉफी-2017 के लिए टीम की घोषणा करने की डेडलाइन मिलने के बावजूद बीसीसीआई ने अभी तक टीम का चयन नहीं किया है। इसके चलते भारत के इस ट्रॉफी में खेल पाने पर संदेह के बादल मंडरा रहे हैं। आईसीसी ने बीसीसीआई को इसके लिए 25 अप्रैल तक का वक्त दिया है। बीसीसीआई फिलहाल आने वाले दो दिनों में भी इसपर कोई काम ना करने के मूड में ही है।
बता दें कि आईसीसी और बीसीसीआई के बीच चल रहे बिग थ्री विवाद का फिलहाल कोई हल नहीं निकल सका है। बिग थ्री फार्मूला भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बोर्ड की हिस्सेदारी और सभी देशों से ज्यादा लाभ लेने के लिए बनाया गया था लेकिन आईसीसी के नए नियमों के अनुसार किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट में होने वाली कमाई में भारत की हिस्सेदारी के साथ-साथ उसकी आधिकारिक ताकत को सीमित करने का फैसला लिया गया। इसके चलते बीसीसीआई की नाराजगी बढ़ने लगी। अगर ऐसे में ये विवाद नहीं सुलझता है तो भारत ट्रॉफी से अपना नाम वापस ले सकता है। हालांकि अभी इसमें एक महीने का समय है। ऐसे में विवाद सुलझाने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं।
बता दें कि 1 जून से 18 जून तक इंग्लैंड में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होगा। इससे पहले 26 से 30 मई के बीच आठों टीमों में 6 वॉर्म अप मैच खेले जाएंगे। 28 मई को भारत अपना पहला वॉर्म अप मैच न्यूजीलैंड, जबकि अपना दूसरा मैच 30 मई को बांग्लादेश के खिलाफ खेलेगा। इस ट्रॉफी में 8 टीमें हिस्सा लेंगी, जिनमें से ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड ने अपनी-अपनी टीम को लेकर घोषणा कर दी है।
टूर्नामेंट में आठ टीमों को दो ग्रुप में इस प्रकार बांटा गया है :-
ग्रुप ए – ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड।
ग्रुप बी – भारत पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका।
भारत के मैच : –
4 जून- भारत बनाम पाकिस्तान
8 जून – भारत बनाम श्रीलंका
11 जून – भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका
भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को क्रिकेट का ‘बिग थ्री’ कहा जाता है। आईसीसी के पिछले वित्तीय मॉडल के आधार पर बिग थ्री को मिलने वाले राजस्व का प्रतिशत बाकी देशों को मिलने वाले राजस्व प्रतिशत से अधिक था। इन तीन क्रिकेट बोर्ड के पास बेतहाशा पैसा होने का भी यही कारण था लेकिन अब आईसीसी ने इस मॉडल को बदलकर हर सदस्य देश का राजस्व बराबर करने का मूड बना लिया है।

