राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) ने राष्ट्रीय पंजीकृत परीक्षण पूल (National Registered Testing Pool) के 110 खिलाड़ियों में से करीब 25 को नोटिस भेजा है। नाडा ने इन खिलाड़ियों को उनके रहने के स्थान की जानकारी का खुलासा न करने को लेकर नोटिस दिया है। बता दें कि कोविड-19 महामारी के कारण देशभर में लगे लॉकडाउन के दौरान कोई नमूना नहीं लिया जा सका। यही वजह है कि नाडा ने दिशानिर्देशों का पालन करते हुए उन सभी खिलाड़ियों को नोटिस भेजा जो तीन महीने पहले अपने रहने के स्थान की जानकारी जमा नहीं कर सके।

हालांकि नाडा ने उन खिलाड़ियों के नाम का खुलासा नहीं किया जिन्हें नोटिस भेजा गया है। नाडा ने अपने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल पर इस बारे में जानकारी दी है। Nada ने लिखा, ‘नाडा के NRTP में शामिल सभी खिलाड़ियों को हर तीन महीने पहले अपने रहने के स्थान की जानकारी देना जरूरी होता है। जो ऐसा करने में विफल रहे, उन्हें नोटिस भेजा गया। इस तरह के तीन नोटिस डोपिंग रोधी नियम उल्लंघन (एडीआरवी) होता है जिसके लिये एक खिलाड़ी को चार साल तक प्रतिबंधित किया जा सकता है।’


जब नाडा के अधिकारी से नाम न बताने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘करीब 20 से 25 खिलाड़ियों को नोटिस जारी किये जा चुके हैं। यहां यह स्पष्ट करना जरूरी है कि इन खिलाड़ियों ने उल्लंघन नहीं किया है। बस इतना है कि यह दिशानिर्देशों में शामिल है कि उन्हें अपने रहने के स्थल की जानकारी देनी होती है, भले ही यह लॉकडाउन की स्थिति हो।’

जानकारी के लिए बता दें कि नाडा जल्द ही सभी एथलीटों के नमूने लेना शुरू कर देगा क्योंकि स्वास्थ्य सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करते हुए लॉकडाउन में थोड़ी ढील दी गयी है। लॉकडाउन के चलते न सिर्फ खेल गतिविधियां रुकी पड़ी हैं बल्कि तभी से डोपिंग रोधी गतिविधियां लगभग ठप्प हो गई हैं।

बता दें कि संस्था ने पहले ही खिलाड़ियों को निर्देश दिए थे कि उन्हें डोप टेस्ट (प्रदर्शन बढ़ाने वाली दवाओं का परीक्षण) देने से पहले खुद के कोरोना मुक्त होने की पुष्टि करनी होगी। इतना ही नहीं एथलीट जब कंटेनर में अपना यूरिन लेकर आएगा तो उसे डोपिंग कंट्रोल ऑफिसर से 2 गज की दूरी बनाए रखनी होगी।