भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्‍ट में कप्तान विराट कोहली के पास पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ने का मौका होगा। दरअसल, एक साल के दौरान सबसे अधिक शतक लगाने के मामले में विराट कोहली सचिन तेंदिुलकर को पीछे छोड़ सकते हैं। विराट कोहली साल 2018 में अब तक कुल 11 शतक लगा चुके हैं, अगर वो मेलबर्न टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगा देते हैं तो वह एक साल के दौरान शतक लगाने के मामले में सचिन को पछाड़ देंगे। सचिन ने साल 1998 में 12 शतक अपने नाम किया था। वहीं एक साल के दौरान सबसे अधिक रन बनाने के मामले में भी विराट ज्यादा पीछे नहीं है। इस लिस्ट में विराट 2653 रनों के साथ छठे नंबर पर मौजूद हैं। वहीं टॉप पर 2868 रनों के साथ श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर कुमार संगाकारा नाम है। कोहली को संगाकारा को पछाड़ने के लिए अभी 215 रनों की जरूरत है। तीसरे टेस्ट पहले भारतीय उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने भी मीडिया के सामने अपनी बात रखी।

साल 2014 में बॉक्सिंग डे टेस्ट के दौरान 147 रनों की पारी खेलने वाले रहाणे को उम्मीद है कि वह यहां भी दोनों पारियों में शतक लगाएंगे। रहाणे ने कहा, ‘इस मैच के दौरान बल्ले से बड़ा स्कोर आने का पूरा यकीन है। जिस मानसिकता के साथ इस दौरान में बैटिंग कर रहा हूं, ऐसे में एक या दो शतक मेरे हिस्से में आ सकता है। मैं इस बल्लेबाजी को आगे भी जारी रखना चाहता हूं। मैं स्थिति के हिसाब से बल्लेबाजी करना पसंद करता हूं और टीम को लाभ पहुंचाने का यही सही तरीका है।

पर्थ टेस्ट में अटैकिंग स्टाइल में बल्लेबाजी करने को लेकर रहाणे ने कहा, ‘दूसरे टेस्ट में जिस तरह की पिच थी वहां आक्रमक होकर ही खेला जा सकता था। तेज गति से रन बनाकर खेलने का फैसला मेरा खुद का था।’ बता दें कि पर्थ टेस्ट की दोनों पारियों में रहाणे ने आते ही डिफेंसिव मोड से हटकर आक्रमक रवैया अपना लिया था।