दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे के बीच 40 साल बाद खेला गया ऐतिहासिक चार दिवसीय टेस्ट मैच बहुत ही रोमांचित रहा। पहली पारी में जिम्बाब्वे की टीम 68 रनों पर ही ढेर हो गई थी। दक्षिण अफ्रीका ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाते हुए जिम्बाब्वे के सामने रनों का बड़ा लक्ष्य नहीं रखा था लेकिन टीम वह लक्ष्य पूरा करने में कामयाब नहीं हो पाई। बुधवार को दक्षिण अफ्रीका ने सेंट जॉर्ज पार्क स्टेडियम में खेले गए मैच में जिम्बाब्वे को 120 रनों से हरा दिया। दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर आई जिम्बाब्वे की टीम को सिर्फ एक ही टेस्ट खेलना था, जो कि दूसरे दिन ही समाप्त हो गया। दक्षिण अफ्रीका की जीत के हीरो उसके गेंदबाज रहे।
मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी पहले दिन नौ विकेट के नुकसान पर 309 रनों पर घोषित कर दी थी। इसके बाद उसके गेंदबाजों ने जिम्बाब्वे को पहली पारी में 68 और दूसरी पारी में 121 रनों पर ढेर करते हुए जीत हासिल की। दक्षिण अफ्रीका के लिए पहली पारी में तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल ने पांच विकेट लिए जबकि दूसरी पारी में स्पिनर केशव महाराज को पांच सफलताएं मिलीं। दोनों पारियों में जिम्बाब्वे का कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक नहीं बना सका। पहली पारी में तो मेहमान टीम के सिर्फ दो बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा छू पाए। इस पारी में जिम्बाब्वे के लिए काइल जावरिस ने 23 रन बनाए जबकि रयान बर्ल ने 16 रन बनाए।
जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में पहली पारी की अपेक्षा थोड़ा बेहतर खेल दिखाया लेकिन यह भी कुल मिलाकर शर्मनाक ही रहा। इस पारी में उसके पांच बल्लेबाज दो अंकों में पहुंचे लेकिन कोई भी 23 के निजी स्कोर से आगे नहीं जा पाया। क्रेग इरविन ने सर्वाधिक 23 रन बनाए। कप्तान ग्रेम क्रिमर ने नाबाद 18 रन बनाए। इससे पहले, पहले बल्लेबाजी करने उतरी मेजबान टीम के लिए ए़िडन मार्कराम ने 204 गेंदों में 14 चौके और दो छक्कों की मदद से 125 रनों की पारी खेली थी। उनके अलावा कप्तान अब्राहम डिविलियर्स ने 53 रन बनाए थे।

