World Cup 2019: वर्ल्ड कप 2019 में खेल रही भारतीय टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। भारतीय टीम की ना सिर्फ बल्लेबाजी और गेंदबाजी मजबूत है, बल्कि टीम की फील्डिंग का स्तर भी काफी ऊंचा है। हालांकि भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावसकर ऐसा नहीं मानते हैं। सुनील गावस्कर के अनुसार, वर्ल्ड कप में खेल रही मौजूदा भारतीय टीम अभी तक की सबसे फिट टीम नहीं है। गावसकर के अनुसार, मौजूदा टीम में पूरे गेम तक टिकने का स्टैमिना नहीं है। सुनील गावस्कर का मानना है कि 1985 में वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने वाली भारतीय टीम अभी तक की सबसे फिट टीम थी और फील्डिंग और फिटनेस के मामले में यह मौजूदा भारतीय टीम से भी आगे थी।

सुनील गावसकर का कहना है कि 1985 की टीम जिसने वर्ल्ड चैंपियनशिप जीती थी, वह शायद सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग करने वाली टीम थी। एनबीटी की एक खबर के अनुसार, गावस्कर ने कहा कि मौजूदा भारतीय टीम की तरह उन्हें बार-बार ड्रिंक्स ब्रेक की जरुरत नहीं पड़ती थी। पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि ‘हम सब कहीं ज्यादा फिट थे, क्योंकि हम पूरे गम तक टिक जाते थे और हमें फील्ड पर इतने ड्रिंक्स ब्रेक की जरुरत नहीं होती थी। आज कल तो टी20 गेम में भी हर बार जब डीआरएस लिया जाता है तो 12वां खिलाड़ी मैदान पर मौजूद खिलाड़ियों के लिए ड्रिंक्स लेकर आता है। यानि कि हर 5-7 मिनट में उनके लिए ड्रिंक्स ब्रेक हो जाता है।’ गावस्कर ने यह भी जोड़ा कि ‘हमारे समय में कभी भी रिजर्व फील्डर बाउंड्री ड्रिंक्स लेकर तेज गेंदबाज का इंतजार नहीं करता था।’

टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे अपने एक कॉलम में सुनील गावस्कर ने वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के कार्यक्रम पर भी सवाल उठाए। गावस्कर ने कहा कि जब वर्ल्ड कप 2019 में भारतीय टीम ने अपना पहला मैच खेला, तब तक टूर्नामेंट को शुरू हुए करीब एक हफ्ता बीत चुका है और अन्य टीमें करीब 2-2 मैच खेल चुकी हैं। गावसकर ने कहा कि बीसीसीआई को भारतीय टीम के शेड्यूल को जरुर देखना चाहिए