Kapil Dev Says- T20 Millions Must Be Used To Safeguard Future Of Test Cricket: टी20 लीग के बढ़ते प्रभाव के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के भविष्य को लेकर नई बहस छिड़ गई है। महान भारतीय कपिल देव का मानना है कि दुनिया भर में टी-20 लीगों के तेजी से विस्तार से जुटाई जा रही बड़ी रकम का इस्तेमाल टेस्ट क्रिकेट के विकास और सुरक्षा के लिए किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह फीका पड़ रहा है।’ कपिल देव ने सोमवार को सिडनी में सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड और द एज से चर्चा में यह बात कही। कपिल देव भारत की आजादी के 75वीं वर्षगांठ के मौके पर इंडिया ऑस्ट्रेलिया स्ट्रेटेजिक एलायंस डिनर में गेस्ट ऑफ ऑनर थे। कपिल देव का यह बयान उसी दिन आया, जिस दिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने निजीकरण के प्रभाव और वैश्विक क्रिकेट परिदृश्य पर टी20 लीग के विस्तार को स्वीकार करते हुए अपनी पांच साल की रणनीति जारी की।
कपिल देव ने कहा, ‘आईसीसी (अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) की एक बड़ी जिम्मेदारी है कि इस खेल को कैसे प्रबंधित किया जाए। यह यूरोप में फुटबॉल की तरह चल रहा है। वे हर देश के खिलाफ नहीं खेलते हैं। यह चार साल में एक बार होता है (विश्व कप के दौरान)। क्या हमारे पास विश्व कप और बाकी समय खेलने वाला क्लब (टी20 फ्रेंचाइजी) क्रिकेट है?’
उन्होंने कहा, ‘इसी तरह, क्या क्रिकेटर अंततः मुख्य रूप से आईपीएल या बिग बैश या ऐसा ही कुछ खेल रहे होंगे? इसलिए आईसीसी को इसमें और समय लगाना होगा। उन्हें देखना होगा कि न केवल क्लब क्रिकेट बल्कि एकदिवसीय क्रिकेट, टेस्ट मैच क्रिकेट के अस्तित्व को वे कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं। आईसीसी को टी20 लीग के बढ़ते प्रभाव के बीच टेस्ट और वनडे क्रिकेट को बचाने की पहल करनी चाहिए।’य
कपिल देव ने कहा, ‘क्लब क्रिकेट थोड़ी देर के लिए ठीक है। बिग बैश ठीक है। लेकिन दक्षिण अफ्रीकी लीग आ रही है, यूएई लीग आ रही है। अगर सभी देश क्लब क्रिकेट खेलने जा रहे हैं, तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट केवल विश्व कप के लिए होगा।’ कपिल देव ही नहीं, अन्य कई क्रिकेटर भी इस लेकर चिंता जता चुके हैं कि क्रिकेट कलैंडर ज्यादा व्यस्त होने के कारण खिलाड़ियों पर भी दबाव बढ़ रहा है।