नस्लवाद के खिलाफ लड़ाई में वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी को क्रिस गेल का साथ मिला है। गेल ने सैमी से कहा है कि सच्चाई तुम्हारी कहानी से भी ज्यादा कड़वी है। गेल ने सैमी के उस ट्वीट पर रिट्वीट किया, जिसमें कैरेबियाई दिग्गज ने लिखा था कि हाल ही में उन्हें एक ऐसे शब्द का अर्थ पता चला है कि जिससे मुझे बुलाया जाता था। हालांकि, तब मुझे इसका मतलब नहीं पता था। मुझे कुछ सवालों के जवाब चाहिए। इसलिए मैं एक-एक कर ऐसे लोगों को नाम बुलाऊं, उससे पहले मैं उन्हें मैसेज कर सच्चाई जानना चाहता हूं।

सैमी के इस ट्वीट पर ‘यूनिवर्स बॉस’ के नाम से प्रसिद्ध गेल ने लिखा, ‘सही उद्देश्य या विषय या पिछले वर्षों में जो तुमने अनुभव किया है, उस पर लड़ने के लिए अभी बहुत देर नहीं हुई है! @ darensammy88 आपकी कहानी से ज्यादा कुछ और है। जैसा कि कह चुका हूं कि यह खेल में है!!’

इस बीच, वेस्टइंडीज टीम के ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने भी नस्लवाद के खिलाफ मोर्चा खोला। उन्होंने भेदभाव का शिकार रहे अश्वेत लोगों के लिए आदर और समानता की अपील की। ब्रावो ने कहा कि अब बहुत हो चुका है। ड्वेन ब्रावो ने जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर पॉमी मबांग्वा से इंस्टाग्राम पर बातचीत में कहा, ‘दुनिया में जो रहा है वह दुखद है। अश्वेत होने के कारण के कारण हम अश्वेत लोगों के इतिहास को जानते हैं कि वे किस दौर से गुजरे हैं। हमने कभी बदले की बात नहीं की, हम बस समानता और आदर की बात करते हैं।’

ब्रावो ने कहा, ‘हम दूसरों का आदर करते हैं। इसके बावजूद हम इसका लगातार सामना क्यों कर रहे हैं। अब बहुत हो चुका। हम केवल समानता चाहते हैं। हम बदला या जंग नहीं चाहते हैं। हम सम्मान चाहते हैं। हम हर वर्ग के लोगों में प्यार बांटते हैं। उनकी सराहना करते हैं। यह सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।’

ब्रावो ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि हमारे भाई और बहन यह जानें कि हम शक्तिशाली और सुंदर हैं। आप दुनिया के कुछ महान लोगों पर गौर करिये चाहे वह नेल्सन मंडेला हों, मोहम्मद अली हों या माइकल जॉर्डन। हमारे पास ऐसा नेतृत्व रहा, जिन्होंने हमारे लिए मार्ग प्रशस्त किया।’

बता दें कि अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से नस्लवाद का मामला गर्माया हुआ है। इसकी आंच भारतीय क्रिकेट तक पहुंच चुकी है। वेस्टइंडीज को दो बार टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले डैरैन सैमी ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में नस्लवाद होने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलने के दौरान टीम के साथ उन्हें कालू कहकर बुलाते थे। इशांत शर्मा के 6 साल पुराने एक इंस्टाग्राम पोस्ट उनके दावे को और मजबूत कर रहा है।