भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट के शुरुआती दिन मुश्किल परिस्थितियों में 50 रन की पारी खेलने के बाद कहा कि ऐसी कठिन पिच पर रन जुटाना काफी संतोषजनक रहा। भारतीय टीम पहली पारी में 187 रन पर सिमट गई लेकिन पुजारा के अनुसार यह पहली पारी का प्रतिस्पर्धी स्कोर था। पुजारा ने मेजबान प्रसारक सुपरस्पोर्ट से कहा, ‘‘यह उतना ही अच्छा स्कोर है जैसा सामान्य पिच पर 300 रन बनाना। मैंने अभी तक जितनी मुश्किल पिचों पर बल्लेबाजी की है, निश्चित रूप से यह उनमें से एक थी। केपटाउन में पहले टेस्ट में मिली पिच की तुलना में यह काफी कठिन थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्ण रूप से हमने काफी अच्छी बल्लेबाजी की। बोर्ड पर बने रन काफी हैं और हम उन्हें आउट कर सकते हैं। यह काफी अलग थी और पिच शुरू में धीमी थी लेकिन इसमें काफी उछाल था। इसमें काफी ‘लेटरल मूवमेंट’ था और दरारों में काफी ‘डेविएशन’ था।’’ दक्षिण अफ्रिका ने सलामी बल्लेबाज ऐडन मार्कराम का विकेट गंवा दिया। टीम ने दिन का खेल समाप्त होने तक एक विकेट पर छह रन बनाए।
Pujara: “The number of runs we have on board, I think it is sufficient”https://t.co/F9RKSjVnWs #SAvIND
— ESPNcricinfo (@ESPNcricinfo) January 24, 2018
पुजारा ने 179 गेंद में 50 रन बनाए। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे गेंदबाज गुडलेंथ गेंदबाजी करने के आदी हो गए हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि वे गुरुवार को अपना काम करेंगे। इस विकेट पर ज्यादा देर टिकना काफी मुश्किल है।’’ वहीं, पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरे टेस्ट मैच की पिच को बल्लेबाजों के लिए अन्यायपूर्ण करार देते हुए आईसीसी से इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहा।
गांगुली ने ट्वीट किया, ‘‘इस तरह की पिच पर टेस्ट क्रिकेट खेलना अन्यायपूर्ण है। मैंने 2003 में न्यूजीलैंड में ऐसी पिचें देखी थी। बल्लेबाजों के पास बहुत कम मौका होता है। आईसीसी को इस पर गौर करना चाहिए।’’ भारत मैच के पहले दिन 187 रन पर आउट हो गया। दक्षिण अफ्रीका ने स्टंप उखड़ने तक एक विकेट पर छह रन बनाए हैं।