फिडे शतरंज विश्व कप के फाइनल में प्रज्ञनानंदा और नॉर्वे के ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन के बीच चल रहा मुकाबला दूसरे दिन भी ड्रॉ पर समाप्त हुआ। दरअसल, खिताबी भिड़ंत का दूसरा गेम भी ड्रॉ रहा। अब टाई ब्रेकर के जरिए गुरुवार को चैंपियन का फैसला किया जाएगा।
पहला गेम भी रहा था ड्रॉ
बुधवार को एक घंटे तक दोनों खिलाड़ियों के बीच चली कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद शतरंज विश्व कप फाइनल का दूसरा गेम भी ड्रा रहा। इससे पहले मंगलवार को भी पहला गेम ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
कार्लसन चाहते थे ड्रॉ खेलना!
बुधवार को प्रज्ञनानंदा के खिलाफ मैग्नस कार्लसन की रणनीति से पता चला गया था कि वह गेम को टाई ब्रेकर में ले जाने के लिए खेल रहे हैं। भारत के शतरंज एक्सपर्ट ने भी यह भविष्यवाणी की थी कि कार्लसन दूसरा गेम जब सफेद मोहरों से खेलेंगे तो वह दूसरा गेम भी ड्रॉ कराने की कोशिश करेंगे।
दोनों खिलाड़ी पहली बार खेल रहे हैं विश्व कप फाइनल
ऐसे में कार्लसन के लिए दूसरा गेम ड्रॉ रहना एक सफलता है। कहा जा रहा है कि कार्लसन अपनी फिटनेस और एकाग्रता को ध्यान में रखने के लिए खेल को टाई ब्रेकर राउंड तक ले गए हैं। बता दें कि दोनों खिलाड़ी पहली बार विश्व कप का फाइनल खेल रहे हैं।