सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारत की टॉप पुरुष डबल्स जोड़ी रविवार को मलेशिया ओपन के फाइनल में चीनी जोड़ी का सामना करने उतरे। इस भारतीय जोड़ी के पास पहली बार बीडब्ल्यूएफ 1000 मलेशिया ओपन जीतने का मौका था लेकिन वह मौका चूक गए। चीनी जोड़ी ने तीन गेम तक चले मुकाबले में 9-21, 21-18,21-17 से जीत दर्ज की।
पहले गेम में हासिल की थी जीत
पहले गेम में उन्होंने शुरुआत से ही दबाव बनाकर रखा और इसे जीत लिया। हालांकि चीन की जोड़ी ने दूसरे गेम में वापसी की और 21-18 से इसे अपने नाम किया। भारतीय जोड़ी ने शुरुआत से ही स्मैश से अटैक करना शुरू किया औऱ 4-0 की लीड हासिल कर ली। भारतीय जोड़ी ने अच्छे फ्लिक सर्व किया और चीनी जोड़ी की फ्लिक सर्व का जवाब भी अच्छा दिया। चिराग ने नेट पर अच्छा खेल दिखाया। पहले ही हाफ में उन्होंने शानदार ऑन लाइन रिव्यू लिया और महज सात मिनट में 11-4 की लीड हासिल कर ली।
चीनी जोड़ी ने इसके बाद वापसी की कोशिश की लेकिन तब तक भारतीय टीम बहुत आगे निकल चुकी थी। उन्होंने यह गेम 21-9 से अपने नाम किया। चीन की जोड़ी ने हालांकि दूसरे गेम में अच्छी वापसी की और उसने 8-2 से बढ़त हासिल कर ली। लियांग और वांग इंटरवल तक 11-6 से आगे थे। भारतीय जोड़ी ने वापसी की कोशिश में कुछ गलतियां भी की जिसका फायदा उठाकर चीन की जोड़ी ने यह गेम जीत कर मुकाबले को बराबरी पर ला दिया। सात्विक और चिराग ने तीसरे और निर्णायक गेम में शानदार शुरुआत की और एक समय वह 10-3 से आगे थे। लियांग और वांग ने पहले स्कोर 12-12 से बराबर किया और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने चार चैंपियनशिप प्वाइंट हासिल किये, जिनमें से भारतीय खिलाड़ी केवल एक का ही बचाव कर पाए।
भारत की सबसे कामयाब पुरुष जोड़ी
सात्विक और चिराग सबसे सफल भारत की पुरुष युगल जोड़ी है। इस जोड़ी ने एशियाई खेलों के बैडमिंटन में अपना और देश का पहला स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा एशियाई चैंपियनशिप और इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 का खिताब भी जीता है। मलेशिया ओपन के फाइनल में पहुंचने का इस जोड़ी को काफी फायदा होगा। पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने की रेस में उन्हें अहम अंक मिले हैं। यह जोड़ी अब भारत में होने वालेबीडब्ल्यूएफ 750 इंडिया ओपन में हिस्सा लेगी।