रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लामबंद पहलवानों और योगेश्वर दत्त के बीच टकराव तेज हो गया है। विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने शनिवार को सोशल मीडिया पर लाइव आकर योगेश्वर दत्त पर निशाना साधा। इसके बाद योगेश्वर लाइव आए और उन्होंने बजरंग पूनिया पर निशाना साधा। बजरंग ने योगेश्वर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अनफिट होने के बाद 2015 वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था। इससे एक महीने पहले उनकी सर्जरी हुई थी, लेकिन उन्होंने हिस्सा लिया और देश को धोखा दिया।

इसके पलटवार में योगेश्वर ने बजरंग पूनिया को चैलेंज दिया कि अगर वह सच बोल रहे हैं तो किसी मंदिर में गौशाला में चलें और गाय की पूंछ पकड़कर बोल दें कि योगेश्वर ने ये बात कही थी। उन्होंने सुशील कुमार से दोस्ती टूटने का आरोप भी बजरंग पर लगाया। साथ ही कहा कि उन्होंने कभी भी ट्रायल में छूट नहीं मांगी। 2014 में वेट में छूट की मांग की थी। ट्रायल में फर्स्ट आने के बाद भी 2007 के बाद से कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में नहीं गए। नंबर-2 और नंबर-3 के पहलवान गए।

बृजभूषण सिंह को छोड़कर मुझे टारगेट कर रहे थे

योगेश्वर ने ट्विटर लाइव पर कहा, ” आज पहलवान लाइव आए थे। सबसे अच्छी बात ये थी जो लड़ाई थी यौन शोषण वाली जो रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष थे बृजभूषण सिंह को छोड़कर मुझे टारगेट कर रहे थे फुल। 30-40 मिनट की थी।सबसे पहले एक पहलवान हैं, शायद आज के समय में खुद से बड़ा किसी को समझते नहीं होंगे और सच भी है फिलहाल करेंट में तो कुश्ती में अच्छे भी हैं। कभी मेरे पास आया करते थे। करीब 8-9 साल रहे हैं और मैंने क्या किया है? किसने क्या किया ये सारा कुश्ती जगत जानता है और भगवान जानता है।”

कभी नहीं कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स में मैं जाऊंगा और एशियन गेम्स में तू जा

योगेश्वर ने आगे कहा, “एक बहुत बड़ा इल्जाम लगाया है। आज मेरे पर एक आरोप लगाया है 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले मैंने उससे बोला कि एशियन गेम्स में तू जा और कॉमनवेल्थ गेम्स में मैं जाऊंगा। आज इसकी शुरुआत यहीं करूंगा मैं। हम हिंदू हैं और हिंदू धर्म में गाय माता को मानते हैं सबसे ज्यादा। किसी मंदिर में गौशाला में चल और गाय की पूंछ पकड़कर बोल दे कि योगेश्वर ने ये बात बोली थी। मैं बोलता हूं भगवान को साक्षी मानकर और गाय की पूछ पकड़र कि मैंने कभी भी कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 के बारे में तेरे से इस तरह की बात कभी नहीं की कि कॉमनवेल्थ गेम्स में मैं जाऊंगा और एशियन गेम्स में तू जा। कभी भी नहीं भगवान साक्षी है। मैंने कही है न ये बात तो भगवान अभी के अभी मेरी जीव लीला खत्म कर दे। इस धरती से उठा ले।”

गाय की पूंछ पकड़कर बोल कि योगेश्वर ने ये बात बोली है

योगेश्वर ने आगे कहा, “कल ही या परसो मंदिर या गौशाला में चल और गाय की पूंछ पकड़कर बोल कि योगेश्वर ने ये बात बोली है। नहीं तो मैं गाय की पूछ पकड़कर बोलूंगा कि मैंने ये बात नहीं कही कि मेरे को कॉमनवेल्थ गेम्स में जाने थे। मैं लगभग 50 बार ये बात बोल चुका हूं कि 2016 रियो ओलंपिक के बाद मैंने कुश्ती छोड़ दी थी संन्यास ले लिया था। एक बात शायद तू ये बताना भूल गया कि तेरा मेरे पास फोन आया था 2016 ओलंपिक के बाद वर्ल्ड चैंपियनशिप की थी। मैंने कहा था कि मैं चाहता हूं वर्ल्ड चैंपियनशिप खेलूं और इसके बाद संन्यास लूं। तेरा फोन आया था कि पहलवान जी आप वर्ल्ड चैंपियनशिप खेलोगे। मैंने मना कर दिया था नहीं बेटे मैं नहीं खेलूंगा तू ही खेल वर्ल्ड चैंपियनशिप।”

2016 के बाद किसी भी कैंप में मेरा नाम दिखा दो

योगेश्वर दत्त ने कहा, “2016 के बाद किसी भी कैंप में मेरा नाम दिखा दो। भाई योगेश्वर दत्त इस कैंप में था। एशिया चैंपियनशिप के कैंप में था या वर्ल्ड चैंपियनशिप के कैंप में था। 2010 और 14 कॉमनवेल्थ गेम्स में खेला हूं। कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप 2 साल में एक बार होती है। 2003,2005,2007 की चैंपियशनशिप खेला हूं। 2007 के बाद कोई भी कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप नहीं खेला मैं। ट्रायल में फर्स्ट आता था। वो चाहे 2011 की बात हो या 13 की बात हो या 15 की बात हो किसी भी कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में नहीं गया हूं, जो सेकेंड आता था मेरे वेट में वो गए हैं। रिकॉर्ड होगा फेडरेशन में निकलवा के देख लो। एक वेट में दो पहलवान जाते थे। मैं फर्स्ट आता था, लेकिन मैं नहीं जाता था सेकेंड और थर्ड जो निकलता था दो पहलवान वो जाते थे। ये ऑन रिकॉर्ड है फेडरेशन में अगर पैसों का लालच होता तो मैं जाता।”

सुशील पहलवान और हमारी बहुत अच्छी दोस्ती थी

योगेश्वर लाइव के दौरान यह भी बोले, “एक बात बोली की 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में मैं बिना ट्रायल के गया था। मैं अकेला नहीं गया था उसमें तू भी था। पूरी टीम थी। इसका जवाबदार मैं नहीं हूं, जो सलेक्शन करता है वो हैं। उनसे जवाब मांग और न मैंने फेडरेशन में सिफारिश की कि मुझे भेजें। इस बात का गवाह सुशील पहलवान होगा।। सुशील पहलवान और हमारी बहुत अच्छी दोस्ती थी। हमारी दोस्ती में जो खट्टास आई है वो इन जैसों की वजह से आई है। कुछ लोग हैं जो किसी को बढ़ते नहीं देख सकते। कुछ जातिवादी भी हैं।”

2014 एशियन गेम्स के बाद मेरी और सुशील पहलवान की दूरियां बढ़ी थीं

योगेश्वर ने लाइव के दौरान यह भी कहा, “2014 एशियन गेम्स के बाद मेरी और सुशील पहलवान की दूरियां बढ़ी थीं। आज सुशील पहलवान अंदर है कुछ ऐसे लोगों की वजह है, जिन्होंने उसे मिसगाइड किया। भगवान इसका गवाह है मैंने एक बात बोली थी कि पहलवान, पहलवान तो मैं नही बोलता था सुशील भाई वेट का देखना वेट में ज्यादा छूट मत करवाना। ये मैंने नहीं बोला कि ट्रायल ही मत लो। बाद में पता चला फेडरेशन ने बिना ट्रायल भेज दिया कि नंबर-1 है। ये तो कोच बताएंगे नंबर-1 कौन है और कौन नहीं है। और ये बोले नंबर 1 नहीं था।”

2004 से 2016 के बीच में बस मैं हिंदुस्तान में एक कुश्ती हारा हूं

योगेश्वर ने यह भी कहा, “2004 ओलंपिक एथेंस ओलंपिक से 2016 ओलंपिक तक 4 ओलंपिक खेले मैंने, दो कॉमनवेल्थ गेम्स खेले और दो एशियन गेम्स खेले। कितने नंबर का था मैं? एक कुश्ती हारा हूं मैं 2009 में इंजरी हुई थी। तीन ऑपरेशन हुए थे मेरे। दो ऑपरेशन हुए थे। साउथ अफ्रीका छह महीने रहा था। आते ही मैंने ट्रायल दिया था। 2004 से 2016 के बीच में बस मैं हिंदुस्तान में एक कुश्ती हारा हूं, इंजरी थी और न भी होती। नंबर-1 और 2 का फैसला इसी से हो जाएगा। “

गुरु वाली पोस्ट क्यों डाली थी?

योगेश्वर ने लाइव के दौरान कहा, “मैंने ये कभी नहीं बोला बिना ट्रायल के भेजो। एक बात पता है 2014 में मैंने वेट के लिए बोला था कि वेट में ज्यादा छूट नहीं होनी चाहिए। अगर 65 का हूं तो 66 एक केजी की छूट होनी चाहिए। मैं जितनी बात बोल रहा हूं भगवान को साक्षी मानकर भगवान से डरकर बोल रहा हूं सारी बात। एक भी झूठ नहीं बोलूंगा। जो झूठ आज आप लोगों ने बोली है। 2018 में मैंने बोलचाल बंद कर दी इसी वजह से ही। 2019 में बात होती थी, क्यों करता था बात ये? अभी मैंने एक पोस्ट डाली है गुरु की वो क्यों डाली थी? सच्चाई बता।”