भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को राजनीति से प्रेरित न बताते हुए ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और उनके पहलवान पति सत्यव्रत कादियान ने शनिवार को ट्विटर पर वीडियो पोस्ट किया। इसमें उन्होंने बताया कि बृजभूषण के खिलाफ जनवरी 2023 में आंनदोलन की शुरुआत हुई तो पुलिस से जंतर-मंतर पर धरने की इजाजत भाजपा के दो नेताओं ने ली थी। साक्षी ने इस दौरान प्रदर्शन की स्वीकृति मांगने वाला पत्र दिखाया था। उनके अनुसार पहलवान बबीता फोगाट और तीरथ राणा ने धरने की अनुमति ली थी।
अब बबीता फोगाट ने रविवार इस वीडियो का जवाब देते हुए लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा। उन्होंने कहा कि धरने की अनुमति लेने की बात नकार दी। अपनी छोटी बहन साक्षी को कांग्रेस की कठपुतली बताते हुए कहा कि उन्हें आंदोलन के पीछे की हकीकत बता देनी चाहिए। उन्होंने कहा रि वह धरना-प्रदर्शन के पक्ष में शुरुआत से नहीं थीं। साथ ही दावा किया कि उन्होंने समाधान के लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलने का सलाह दिया था। उन्होंने कांग्रेस नेता प्रियंक गांधी और दीपेंद्र हुड्डा पर भी निशाना साधा। बबीता के पोस्ट पर साक्षी ने पलटवार भी किया है।
बबीता फोगाट बोलीं- पत्र पर मेरे हस्ताक्षर और सहमती का कोई प्रमाण नहीं
बबीता फोगाट ने ट्वीट में कहा, ” एक कहावत है कि जिंदगी भर के लिए आपके माथे पर कलंक की निशानी पड़ जाए। बात ऐसी ना कहो दोस्त की कह के फिर छिपानी पड़ जाए। मुझे कल बड़ा दुख भी हुआ और हंसी भी आई जब मैं अपनी छोटी बहन और उनके पतिदेव का वीडियो देख रही थी। सबसे पहले तो मैं ये स्पष्ट कर दूं की जो अनुमति का कागज छोटी बहन दिखा रही थीं उस पर कहीं भी मेरे हस्ताक्षर या मेरी सहमती का कोई प्रमाण नहीं है और ना ही दूर-दूर तक इससे मेरा कोई लेना देना है।”
कांग्रेस, दीपेंद्र हुड्डा और प्रियंका गांधी पर साधा निशाना
बबीता फोगाट ने आगे कहा, ” मैं पहले दिन से कहती रही हूं कि माननीय प्रधानमंत्री जी पर एवं देश की न्याय व्यवस्था पर विश्वास रखिए, सच अवश्य सामने आएगा। एक महिला खिलाड़ी होने के नाते मैं हमेशा देश के सभी खिलाड़ियों के साथ थी, साथ हूं और सदैव साथ रहूंगी, लेकिन मैं धरने -प्रदर्शन के शुरुआत से इस चीज के पक्ष मैं नहीं थीं। मैंने बार-बार सभी पहलवानों से कहा कि आप माननीय प्रधानमंत्री या गृहमंत्री जी से मिलें समाधान वहीं से होगा , लेकिन आपको समाधान कांग्रेस, दीपेंद्र हुड्डा, प्रियंका गांधी और उनके साथ आ रहे उन लोगों मिलता दिख रहा था जो खुद यौन उत्पीड़न और अन्य मुकदमे के दोषी है, लेकिन देश की जनता अब इन विपक्ष के चेहरों को पहचान चुकी है।”
जवानों, किसानों और उन महिला पहलवानों को जवाब देना चाहिए
बबीता फोगाट ने यह भी कहा, “अब देश के सामने आकर उन्हें उन सभी जवानों, किसानों और उन महिला पहलवानों की बातों का जवाब देना चाहिए, जिनकी भावनाओं की आग में इन्होंने अपनी राजनीति की रोटी सेकने का काम किया, जो महिला खिलाड़ी धरने पर साथ बैठी थीं उनके विचारों को सभी पूर्वाग्रहों के साथ ऐसी दिशा दी, जहां बस आपके राजनीतिक फायदे दिख रहे थे।”
आप कांग्रेस के हाथ की कठपुतली बन चुकी हैं
बबीता फोगाट ने कहा, “आज जब आपका ये वीडियो सबके सामने है उससे अब देश की जनता को समझ में आ जाएगा की नए संसद भवन के उद्घाटन के पवित्र दिन आपका विरोध और राष्ट्र के लिए जीता हुआ मेडल गंगा में प्रवाहित करने की बात कितना देश को शर्मसार करने जैसा था। बहन हो सकता है आप बादाम के आटे की रोटी खाते हों, लेकिन गेहूं की तो मैं ओर मेरे देश की जनता भी खाती ही है , सब समझते हैं। देश की जनता समझ चुकी है कि आप कांग्रेस के हाथ की कठपुतली बन चुकी हैं। अब समय आ गया है कि आपको आपकी वास्तविक मंशा बता देनी चाहिए क्योंकि अब जनता आपसे सवाल पूछ रही है।”
बबीता के पोस्ट पर साक्षी ने किया पलटवार
बबीता के पोस्ट पर साक्षी ने पलटवार करते हुए कहा, “वीडियो में हमने तीरथ राणा और बबीता फोगाट पर तंज कसा था कि कैसे वे अपने स्वार्थ के लिए पहलवानों को इस्तेमाल करना चाह रहे थे और कैसे पहलवानों पर जब विपदा पड़ी तो वे जाकर सरकार की गोद में बैठ गए। हम मुसीबत में जरूर हैं, लेकिन हास्यबोध (Sense of Humor) इतना कमजोर नहीं हो जाना चाहिए कि ताकतवर को काटी चुटकी पर आप हंस भी न पाएं। “