बीते छह महीनों से देश के टॉप पहलवान रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। ओलंपिक मेडलिस्ट बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट एक महीने से भी लंबे समय तक जंतर-मंतर पर धरना देते रहे। अब तक यह लड़ाई सड़क पर धरना देकर लड़ी जा रही थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। पहलवानों ने फैसला किया है कि अब यह लड़ाई केवल कोर्ट में लड़ी जाएगी। अब बृजभूषण सिंह ने इसपर रिएक्ट किया है।

बृजभूषण सिंह ने पहलवानों के फैसले पर दिया बयान

बृजभूषण सिंह से जब पहलवानों से यह सवाल किया गया तो वह हंसने लगे। बृजभूषण ने कहा, ‘इसमें दिक्कत क्या है। अब अदालत में तो है ही यह मामला। मैं कुछ नहीं कहना चाहता क्योंकि अब मामला अदालत में है।’ जब इस बीजेपी सांसद से कहा गया कि अब उन्हें लगता है कि सब सही होगा तो वह हंसने लगे। इसके बाद कहा, ‘अदालत अपना काम करेगी।’ बृजभूषण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दायर की है।

कोर्ट में जंग जारी रखेंगे पहलवान

विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोप पत्र दायर करने का अपना वादा पूरा किया है। मामले में पहलवानों की लड़ाई सड़क के बजाय कोर्ट में जारी रहेगी। इसके अलावा साक्षी और विनेश ने कुछ दिनों के लिए सोशल मीडिया के दूरी बनाने की भी जानकारी दी।

WFI के चुनावों में होगी देरी

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव कई बार विलंबित किये जा चुके हैं और रविवार को गौहाटी उच्च न्यायालय ने असम कुश्ती संघ की याचिका पर एक बार फिर इसके चुनाव पर रोक लगा दी जिन्हें 11 जुलाई को कराया जाना था। असम कुश्ती संघ ने डब्ल्यूएफआई, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की तदर्थ समिति और खेल मंत्रालय के खिलाफ दायर याचिका में कहा कि वे डब्ल्यूएफआई से सदस्य के रूप में मान्यता के हकदार हैं लेकिन उत्तर प्रदेश के गोंडा में 15 नवंबर 2014 को डब्ल्यूएफआई की आम परिषद को तत्कालीन कार्यकारी समिति की सिफारिश के बावजूद ऐसा नहीं किया गया।