भारत दौरे पर अब तक बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुए इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो के लिए 7 मार्च से धर्मशाला में शुरू हो रहा पांचवां और आखिरी टेस्ट मैच काफी खास रहने वाला है। दरअसल, बेयरस्टो का वह 100वां टेस्ट मैच होगा और इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैक्कुलम ने यह भरोसा जताया है कि उस मैच में जॉनी का बल्ला लय में लौट आएगा। जॉनी बेयरस्टो का बल्ला अब तक भारत दौरे पर पूरी तरह से खामोश रहा है।

बेयरस्टो के बल्ले से नहीं निकली फिफ्टी

मैक्कुलम ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम जानते हैं कि बेयरस्टो इस वक्त फॉर्म में नहीं हैं, लेकिन हमें पूरा यकीन है कि वह धर्मशाला में अपने करियर के 100वें टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करेंगे। बेयरस्टो ने अब तक भारत दौरे पर खेले 4 टेस्ट की 8 पारियों में 170 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 38 रन रहा है। इंग्लैंड पांच मैचों की यह सीरीज गंवा चुका है। रांची में भारत की 5 विकेट से जीत ने इंग्लैंड को इस सीरीज से बाहर कर दिया था। धर्मशाला में इंग्लैंड सम्मान की लड़ाई के लिए उतरेगा।

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जॉनी के लिए उपलब्धि मायने रखती है- मैक्कलम

ब्रेंडन मैक्कलम ने आगे कहा कि इस दौरे पर जॉनी की स्थिति हर किसी को पता है और वह जानते हैं कि बड़ी उपलब्धि वाले मौके पर कैसा प्रदर्शन करना है। उनके लिए उपलब्धियां मायने रखती हैं, मुझे मालूम है कि धर्मशाला में खेला जाने वाला मैच उनके लिए काफी मायने रखेगा। मुझे पूरा यकीन है कि उनके बल्ले से एक बड़ी पारी ज्यादा दूर नहीं है।

रॉबिन्सन जल्द आएंगे फॉर्म में- मैक्कलम

मैक्कलम ने आगे कहा कि रांची टेस्ट के बाद मुझे लगता है कि हमें जल्दी ही ओली रॉबिनसन का बेहतर रूप देखने को मिलेगा। वह भी अपने प्रदर्शन से मायूस हैं। वह रांची टेस्ट में 12 ओवर की गेंदबाजी के बाद कोई विकेट नहीं ले पाए थे। दूसरी पारी में रॉबिन्सन ने गेंदबाजी ही नहीं की थी। इस दौरान मैक्कलम ने पिनर शोएब बशीर और टॉम हार्टली की भी तारीफ की और उन्हें काउंटी क्रिकेट में खिलाए जाने की वकालत की।

भाषा इनपुट के साथ