दिल्ली पुलिस ने बुधवार यानी 19 अगस्त 2020 को बहताया कि जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के ड्रेसिंग रूम से क्लब के सदस्यों के मोबाइल फोन चोरी करने के आरोप में दिल्ली फुटबॉल क्लब के एक कोच को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि पूर्व फुटबॉल कोच शेखर पाठक टीम से निकाले जाने से नाराज थे। उन्होंने अपनी बर्खास्तगी का बदला लेने के लिए दिल्ली यूनाइटेड फुटबॉल क्लब के सदस्यों के फोन चुराए थे। शेखर पाठक दिल्ली के पांडव नगर इलाके के रहने वाले हैं।

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 13 मार्च को पुलिस को सूचना मिली थी कि एक फुटबॉल टीम के 12 मोबाइल फोन और पर्स चोरी हो गए हैं। पर्स में करीब दस हजार रुपए थे। आगे की जांच में पता चला कि फुटबॉल टीम के सभी खिलाड़ियों ने ड्रेसिंग रूम के लॉकर में अपना सामान रखा था। यह लॉकर उस क्लब के खिलाड़ियों को आवंटित किया गया था। हालांकि, जब वे मैच खेलकर लौटे तो उन्होंने पाया कि लॉकर में तोड़फोड़ की गई है। उन खिलाड़ियों के मोबाइल फोन और पर्स गायब थे।

पुलिस ने स्टेडियम में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। चोरी गए फोन्स को सर्विलांस पर लगाया गया। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा कि सिक्योरिटी के साथ-साथ स्टेडियम के प्रबंध कर्मचारियों से भी गहन पूछताछ की गई। उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने किसी संदिग्ध को ड्रेसिंग रूम के अंदर या बाहर आते देखा है?

कुछ महीनों के बाद चोरी गए फोन में से एक का स्विच ऑन मिला। पुलिस ने फोन करने वाले व्यक्ति को पकड़ा और उससे पूछताछ की। उस व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि वह फोन उसे शेखर पाठक ने बेचा था, लेकिन उसने उसे लौटा दिया था, क्योंकि पूर्व कोच ने फोन की मूल रसीद नहीं दी थी।

अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि बाद में आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके कब्जे से नौ मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। शेखर पाठक जिलास्तरीय फुटबाल खिलाड़ी रहा है तथा 2004 से 2010 तक लायन्स क्लब फुटबॉल टीम की तरफ से खेलता था। मार्च 2011 से उसने कोच के तौर पर करियर शुरू किया था।