इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के बाद भारतीय क्रिकेट टीम 20 जून से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैच की सीरीज के लिए इंग्लैंड के लिए उड़ान भरेगी। हालांकि, इस बार टूर्नामेंट को पटौदी ट्रॉफी नहीं कहा जा सकता है। पटौदी ट्रॉफी का नाम पटौदी परिवार के नाम पर रखा गया है, जिसने भारत को दो कप्तान इफ्तिखार अली खान पटौदी और मंसूर अली खान पटौदी (उपनाम टाइगर पटौदी) दिए।

क्रिकबज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) आगामी सीरीज से पटौदी ट्रॉफी को ‘रिटायर’ करने पर विचार कर रहा है। पटौदी ट्रॉफी पहली बार 2007 में भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में दी गई थी। तब से यह इंग्लैंड में भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज के विजेता को दी जाती है। टाइगर के पिता इफ्तिखार अली खान पटौदी ने 1932 से 1946 के बीच इंग्लैंड और भारत दोनों के लिए टेस्ट मैच खेले थे। टाइगर पटौदी ने 1961 से 1975 के बीच भारत के लिए 46 टेस्ट मैच खेले।

ईसीबी यदि पटौदी ट्रॉफी को ‘रिटायर’ करता है तो जून-जुलाई 2025 में होने वाली सीरीज को यह नाम नहीं दिया जाएगा। जून-जुलाई में भारतीय क्रिकेट टीम पांच टेस्ट के लिए इंग्लैंड का दौरा करेगी। इस कदम से बॉलीवुड अभिनेत्री शर्मिला टैगोर व्यथित हैं। पटौदी ट्रॉफी को ‘रिटायर’ करने के कदम ने दिवंगत टाइगर पटौदी की पत्नी और अभिनेत्री शर्मिला टैगोर को आहत किया है।

ईसीबी ने कथित तौर पर ट्रॉफी को रिटायर करने को लेकर बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान को पत्र लिखा है। सैफ अली खान भारतीय टीम के पूर्व कप्तान दिवंगत मंसूर अली खान पटौदी के बेटे हैं। हिंदुस्तान टाइम्स ने शर्मिला टैगोर के हवाले से लिखा, ‘मैंने उनसे नहीं सुना है, लेकिन ECB ने सैफ को एक पत्र भेजा है कि वे ट्रॉफी को रिटायर कर रहे हैं। अब यह बीसीसीआई को तय करना है कि वह टाइगर की विरासत को याद रखना चाहता है या नहीं।’ इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने न तो इस घटनाक्रम से इनकार किया है और न ही इसे स्वीकार किया है।

ECB के प्रवक्ता ने कहा, ‘यह ऐसा कुछ नहीं है जिस पर हम आपको कोई टिप्पणी दे सकें।’ क्रिकेट में ट्रॉफी को ‘रिटायर’ करना आम बात नहीं है, लेकिन अतीत में ऐसा हुआ है। जैसे इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेली जाने वाली विजडन ट्रॉफी, जिसका नाम बदलकर रिचर्ड्स-बॉथम ट्रॉफी कर दिया गया।