भारतीय क्रिकेट टीम को अगले साल फरवरी में न्यूजीलैंड का दौरा करना है। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज को ध्यान में रखते हुए पृथ्वी शॉ को टीम इंडिया के तीसरे सलामी बल्लेबाज के तौर पर चिह्नित किया गया है। शायद यही वजह है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन्हें और जसप्रीत बुमराह को विशाखापत्तनम में फिटनेस टेस्ट के लिए उपस्थित होने के लिए कहा है। दोनों को 18 और 19 दिसंबर को विशाखापत्तनम में टीम प्रबंधन को रिपोर्ट करना होगा।
बीसीसीआई के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘बुमराह विशाखापत्तनम में विराट कोहली और रोहित शर्मा को गेंदबाजी अभ्यास कराएंगे। वहीं उनके पीठ की चोट की जांच भी होगी। नितिन पटेन की अगुआई में ट्रेनिंग टीम उन्हें वापसी में मदद करेगी।’ जसप्रीत बुमराह 4 महीन से टीम इंडिया के लिए नहीं खेले हैं। वहीं, पृथ्वी शॉ एक साल से भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा नहीं हैं।
दरअसल, बीसीसीआई (BCCI) का यह कदम इसका संकेत देता है कि टीम प्रबंधन यह परखना चाहता है कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए कितना तैयार है। हालांकि, चयन समिति (सेलेक्शन कमेटी) को लेकर चल रही अनिश्चितता को देखते हुए इस स्तर पर भविष्यवाणी करना जल्दबाजी हो सकती है, इसके बावजूद दोनों के न्यूजीलैंड दौरा करने की उम्मीद जताई जा रही है।
टीम इंडिया के लिए न्यूजीलैंड दौरा मुश्किल माना जा रहा है। यही वजह है कि भारतीय टीम अपनी तरफ से कोई कसर बाकी रखना नहीं चाहती है। वह अपने प्रमुख खिलाड़ियों के साथ सीरीज में उतरना चाहती है। बुमराह टीम इंडिया के मुख्य तेज गेंदबाज हैं। विदेशी परिस्थितियों में वे और भी अधिक प्रभावशाली हो जाते हैं।
यही वजह है कि न्यूजीलैंड दौर पर उनकी उपस्थिति अपरिहार्य (जरूरी) माना जा रहा है। भारत को न्यूजीलैंड में पांच टी20, तीन वनडे और दो टेस्ट मैच की सीरीज खेलनी है। बुमराह को सितंबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दौरान पीठ के निचले हिस्से में स्ट्रेस फ्रैक्चर हुआ था। तब से ही वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं। टीम प्रबंधन ने घरेलू सत्र के दौरान उन्हें टीम में शामिल नहीं करने का फैसला लिया था। उम्मीद है कि बुमराह न्यूजीलैंड के लिए उपलब्ध होंगे।
दूसरी ओर पृथ्वी शॉ के बारे में, यह पूरी अलग कहानी है। डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद मुंबई के इस सलामी बल्लेबाज पर 8 महीने का बैन लग गया था। इसी वजह से वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर थे। हालांकि, पिछले महीने वापसी के बाद से इस युवा खिलाड़ी ने बहुत शानदार खेल दिखाया है। रणजी ट्रॉफी के मैच में बड़ौदा में बड़ौदा के खिलाफ दोहरे शतक लगाकर उन्होंने अपनी अंतरराष्ट्रीय किक्रेट में वापसी की संभावना और बढ़ा दी है। हालांकि, उन्हें अभी तक टीम में चुना नहीं गया है।