भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) द्वारा मोहाली पुलिस को इनपुट दिए जाने के बाद Dream 11 भी जांच के दायरे में आ गया है। DREAM11 एक फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म होने के साथ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का प्रयोजक भी है। एसीयू ने जांचकर्ताओं से स्ट्रीमिंग वेबसाइट, फैनकोड की भूमिका जांचने की बात कही है।

फैनकोड पर ही यूएवी टी20 लीग के मैच को लाइव किया गया था। यूएवी के बारे में कहा गया था कि वह श्रीलंका टी20 लीग है, लेकिन वास्तव में उसके मैच मोहाली के पास सांवारा गांव में एक स्थानीय क्लब मैदान पर खेले गए थे। यूएवी यानी उवा श्रीलंका में एक प्रांत है। फैनकोड और ड्रीम 11 एक स्पोर्ट्स टेक कंपनी ड्रीम स्पोर्ट्स का हिस्सा हैं।

इस संबंध में द इंडियन एक्सप्रेस ने मोहाली पुलिस से जानकारी ली। मोहाली पुलिस के मुताबिक, एसीयू को भी इस मामले में Dream 11 से लिंक होने की आशंका है। हमें लगता है कि इस्तेमाल की जाने वाली किट पिछले Dream 11 टूर्नामेंट से हो सकती है। सभी किटों में पीछे की तरफ Dream 11 लिखा था। हालांकि, दोनों पक्षों (टीमें) ने Dream 11 के साइन को टेप लगाकर छुपा रखा था।

पुलिस के मुताबिक, यह अजीब है, क्योंकि अगर कोई फर्जीवाड़ा कर रहा था और वह नहीं चाहता था कि इसका साइन दिखे, तो वह पहले इसे छपवाए ही क्यों? पुलिस ने बताया कि फैनकोड के संबंध में, हम उसकी भागीदारी पर भी सवाल उठाएंगे, क्योंकि उन्हें इस तरह से एक टूर्नामेंट को स्ट्रीम करने के लिए तैयार नहीं होना चाहिए था।

इस संबंध में जब बीसीसीआई से संपर्क किया गया तो उसकी भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) के प्रमुख अजीत सिंह शेखावत ने पुष्टि की एसीयू ने मोहाली पुलिस को कुछ पॉइंटर दिए हैं। उन्होंने कहा, हम यह नहीं कह रहे हैं कि वे (ड्रीम 11) इसमें शामिल हैं, लेकिन जिस तरह फैनकोड (FanCode) शामिल है, उससे हमें यह जांचने की जरूरत है कि कैसे मैच प्रसारित हुआ।

उन्होंने कहा, किसने इसे कवर करने के प्रस्ताव खरीदे थे। कुछ दस्तावेज नकली हो सकते हैं क्योंकि श्रीलंका बोर्ड ने उस टूर्नामेंट को कोई भी मंजूरी देने से इनकार किया है। इस जांच में फैनकोड में मार्गदर्शक हो सकता है। यही वजह है कि हमने पुलिस से उनसे भी पूछताछ करने के लिए कहा है।