भारत ने अफगानिस्तान टेस्ट श्रृंखला के लिए टीमों का ऐलान कर दिया है। इसमें भारतीय टीम के मैच जिताने वाले लगभग सभी सितारों को शामिल किया गया है। लेकिन इस टीम में बल्लेबाज विराट कोहली शामिल नहीं हैं। ऐसे बड़े मौके पर विराट की गैर मौजूदगी के अपने कारण हो सकते हैं। लेकिन जब इस पर कांग्रेस के महासचिव शशि थरूर ने ट्वीट किया तो बीसीसीआई ने विराट को अफगानिस्तान टीम में शामिल न करने पर सफाई पेश की। शशि थरूर ने लिखा,’ तो बीसीसीआई ने अपनी प्राथमिकताएं साफ कर दी हैं। विराट कोहली आईपीएल को काउंटी क्रिकेट से आगे रखते हैं। लेकिन अब वह काउंटी क्रिकेट को देश की टेस्ट मैच की टीम की कप्तानी से ज्यादा महत्व दे रहे हैं। वाह।’

थरूर के इस ट्वीट का जवाब बीसीसीआई के वर्तमान सचिव अमिताभ चौधरी ने दिया है। अमिताभ चौधरी ने कहा,’ हम अफगानिस्तान के साथ होने जा रही टेस्ट मैच श्रृंखला को भी उतना ही महत्व दे रहे हैं। जितना जून 1932 में लॉडर्स में हुई टेस्ट श्रृंखला को दिया था। वह बेहद जोशीला खिलाड़ी है। इसके बावजूद ये कहना कि काउंटी क्रिकेट के लिए घरेलू टीम के नियमित कप्तान को न खिलाना, किसी भी तरह से विपक्षी टीम का अपमान नहीं है। किसी भी काम को उसकी नीयत से देखा और आंका जाना चाहिए।’

अमिताभ चौधरी ने कहा,’ हमारा उसे न खिलाने के पीछे कोई मकसद नहीं है। ये सिर्फ इसलिए है क्योंकि इंग्लैंड और आयरलैंड की टीम से मिलने वाली चुनौती वाकई बहुत बड़ी होती है। ये चुनौती पूरे देश के क्रिकेट प्रेमियों को संतुष्ट करती है। विराट को टीम में चुनने से रोकना बिल्कुल सही फैसला है। वहीं सेलेक्शन टीम के चेयरमैन एमएसके प्रसाद ने बताया, ‘कोहली इस पूरी श्रृंखला में सबसे बड़ा नाम है, जिसे नहीं रखा गया है। विराट में हालांकि टेस्ट खिलाड़ी की सभी काबिलियत शामिल हैं। फिर भी उसे सिर्फ इसीलिए रोका गया है ताकि वह इंग्लैंड में भारतीय टीम के लिए बढ़िया प्रदर्शन कर सके। विराट खुद भी इंग्लैंड की परिस्थितियों में ढलने के लिए समय चाहता था। ये हमारे लिए सीरीज ​जीतने का बेहतरीन मौका है।’