ऑस्ट्रेलिया की टी20 लीग बिग बैश ने नए सीजन के लिए नियमों में कई बदलाव किए हैं। बिग बैश का 10वां सीजन 10 दिसंबर से शुरू हो रहा है। टूर्नामेंट में इस बार पावर सर्ज, X-Factor प्लेयर और बैश बूस्ट नाम के तीन नए नियम जोड़े गए हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को उम्मीद है कि इससे टूर्नामेंट और ज्यादा रोमांचक होगा। पावर सर्ज में पावरप्ले को दो हिस्सों में बांट दिया गया है। वहीं, बैश बूस्ट में एक टीम एक मुकाबले में कम से कम तीन अंक के अलावा चार अंक भी हासिल कर सकती है।
Power Surge (पावर सर्ज): इस नियम के तहत पावर प्ले को दो हिस्सों में बांटा गया। मौजूदा समय में टी20 क्रिकेट में शुरुआती 6 ओवर पावरप्ले का होता है। बिग बैश में ऐसा नहीं होगा। अब शुरुआती 4 ओवर पावरप्ले होगा। उसके बाद बाकी के बचे दो ओवर के पावरप्ले का इस्तेमाल बल्लेबाजी करने वाली टीम 10वें ओवर के समाप्त हो जाने के बाद कभी भी कर सकती है। इससे यह होगा कि आखिरी 4 डेथ ओवर के अलावा बल्लेबाजी करने वाली टीम दो अतिरिक्त ओवरों का इस्तेमाल विस्फोटक बल्लेबाजी करने के लिए कर सकती है।
X-Factor Player (एक्स-फैक्टर प्लेयर): दोनों टीमें मैच शुरू होने से पहले 11-11 खिलाड़ियों की सूची तैयार करती है। अब उसे 13 खिलाड़ियों की सूची तैयार करनी होगी। 11 के अलावा दो अन्य खिलाड़ी 12वें और 13वें प्लेयर के तौर पर होंगे। मैच की पहली पारी में 10 ओवर हो जाने के बाद टीम मैनेजमेंट खिलाड़ियों को बदल सकता है। 12वें या 13वें खिलाड़ी को मैच में एंट्री मिल सकती है। दोनों में से कोई एक ही टीम में आ पाएगा। कप्तानों को यह ध्यान रखना होगा कि वही खिलाड़ी मैच से बाहर हो सकता है जिसने बल्लेबाजी नहीं की हो और एक ओवर से ज्यादा नहीं फेंका हो।
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“The Power Surge, X-Factor and Bash Boost prioritise high scoring, exciting cricket, introduce new strategic angles and ensure there’s always something to play for throughout the entire match,” – Head of BBL, Alistair Dobson #BBL10 pic.twitter.com/Nacna2XHw9
— KFC Big Bash League (@BBL) November 15, 2020
Bash Boost (बैश बूस्ट): यह मूल रूप से एक बोनस पॉइंट है जो दूसरी पारी में रन चेज करने वाली टीम के खाते में जुड़ सकता है। उदाहरण के तौर पर – अगर किसी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 ओवर में 1 विकेट पर 70 रन बनाए थे, तो दूसरी पारी में खेलने वाली टीम 10 ओवर में इससे ज्यादा रन बनाना चाहेगी। साथ में विकेट भी बराबर या कम गंवाना चाहेगी।

बैश बूस्ट नियम का फायदा उठाने के लिए पहले बल्लेबाजी कर चुकी टीम रनचेज करने वाली टीम को ऐसा करने से रोककर एक अंक अपने खाते में जोड़ना चाहेगी। मैच हारने पर भी उसे एक अंक जरूर मिलेंगे। वहीं, जीतने वाली टीम को कम से कम 3 अंक तो मिलेंगे ही, लेकिन अगर उसने 10 ओवर में एक अंक अपने नाम कर लिया तो उसे कुल 4 अंक मिलेंगे। बिग बैश की शुरुआत 2011-12 में हुई थी। अब तक 8 में से 6 टीमें चैंपियन बन चुकी हैं। इस बार यह टूर्नामेंट 10 दिसंबर से 6 फरवरी तक खेला जाएगा।


