एशेज के ओवल टेस्ट में 5 साल पुरानी गेंद के इस्तेमाल को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का कहना था कि पुरानी गेंद होने के कारण इंग्लैंड को फायदा मिला और वह जीत गए। इन आरोपों के बाद ड्यूक गेंद बनाने वाली कंपनी के मालिक दिलीप जाजोड़िया खुद इस मामले की जांच करेंगे। उन्हें लगता है कि ऐसे आरोपों से उनका नाम खराब हो रहा है।

हर गेंद पर लिखी जाती है तारीख

उन्होंने कहा, ‘मैं मामले की जांच खुद करूंगा क्योंकि मुझपर इसका असर हो रहा है। मेरे लिए यह काफी अहम है कि लोग गेंद को लेकर गलत बातें न कहें।’ उन्होंने गेंद के इस्तेमाल को लेकर नियम बताए। दिलीप ने कहा, ‘हर गेंद जो हम बनाते हैं उस पर तारीख का स्टैंप लगा होता है। उस गेंद पर 2023 लिखा हुआ होगा। हम ग्राउंड को गेंद देते हैं। इसपर ईसीबी और आईसीसी का कोई कंट्रोल नहीं था। यह सब ग्राउंड अथॉरिटी का काम है। ओवल टेस्ट में यह सर्रे का काम है।’

तारीख का हट जाना काफी मुश्किल

उन्होंने आगे बताया, ‘सर्रे को सीजन की शुरुआत से पहले हमसे गेंद की सप्लाई मिलती है जिसके बाद वह उस पर नॉकिंग करते हैं। मुझे नहीं लगता कि वह किसी पुरानी तारीख की गेंद बॉक्स में रखेंगे। गेंद पर तारीख अच्छे से लिखी जाती है कि अगर गोल्ड रंग निकल भी आए तो तारीख न हटे। तारीख का हट जाना आसान नहीं है। मैं यह नहीं कह रहा की यह नामुमकिन हैं लेकिन इसके आसार काफी कम है।’

रिकी पोंटिंग ने की थी जांच की मांग

ऑस्ट्रेलियाई पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने पांचवें दिन के आखिरी क्षणों में इंग्लैंड के गेंद बदलने की योजना पर सवाल खड़ा करते हुए तुरंत जांच की मांग की थी, लेकिन आईसीसी ने उनके दावों को खारिज कर दिया था। उस्मान ख्वाजा ने भी गेंद को लेकर सवाल उठाए थे और उसकी जांच की बात कही थी।