ओलंपिक मेडलिस्ट बजरंग पूनिया और कॉमनवेल्थ चैंपियन दीपक पूनिया ने बेलग्रेड में होने वाली वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में हिस्सा न लेने का फैसला किया है। वर्ल्ड चैंपियनशिप अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाइंग इवेंट है। बजरंग पूनिया रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे थे। उनके साथ धरने पर बैठने वाली कॉमनवेल्थ चैंपियन विनेश फोगाट और साक्षी मलिक भी वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले रही हैं।
पटियाला में होने हैं वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के ट्रायल्स
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए ट्रायल्स 25 और 26 अगस्त को पटियाला में होने वाले हैं। इन ट्रायल्स का आयोजन एड-हॉक कमेटी करा रही है। बजरंग और दीपक इसी समय पर विदेश के ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लेने जा रहे हैं और इसी कारण उन्होंने ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा न लेने का फैसला किया।
ट्रेनिंग कैंप में जाना चाहते हैं बजरंग पूनिया
बजरंग पूनिया ने गुरुवार को साई को प्रपोजल भेजा है जिसमें उन्होंने कजाकिस्तान में 39 दिन के कैंप में एशियन गेम्स में हिस्सा लेने की अनुमति मांगी है। इसी तरह दीपक ने रूस में 35 दिन की ट्रेनिंग की अनुमति मांगी है। बजरंग पूनिया के साथ उनके फिजियोथेरेपिस्ट अनुज गुप्ता, कोच सुजीत मान, स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच काजी किरन और स्पेरिंग पार्टनर जितेंद्र किन्हा भी ट्रेनिंग कैंप के लिए विदेश जाएंगे।
साई ने मांगा जवाब
साई इस फैसले से खुश नहीं है और उन्होंने दोनों पहलवानों से सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा न लेने के फैसला का कारण पूछा है किया है। साई ने अपने मेल में लिखा, ‘आपको अपने सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप के ट्रायल्स में हिस्सा न लेने का कारण बताना होगा क्योंकि आपके ट्रेनिंग कैंप और ट्रायल्स की तारीखें टकरा रही हैं और आपको ट्रायल्स से अपनी गैरमौजूदगी का कारण भी बताना होगा।’ बजरंग पूनिया को एशियन गेम्स के ट्रायल्स से भी छूट मिली थी जिसके बाद काफी हंगामा हुआ था।