भारत के अनुभवी स्टीपलचेज धावक अविनाश साबले गिरने के कारण मोनाको डायमंड लीग में दौड़ पूरी नहीं कर पाए। हालांकि, तेजी से उभरते धावक अनिमेष कुजूर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रगति जारी रखते हुए अंडर-23 की 200 मीटर स्पर्धा में चौथा स्थान हासिल किया। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के एक आदिवासी गांव में जन्में कुजूर ने भारतीय पुरुष स्प्रिंटिंग में नई उम्मीद जगाई है। अब कुजूर की नजर सितंबर 2025 में टोक्यो में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए 20.16 सेकंड के कठिन क्वालिफाइंग मार्क पर है। अनिमेष कुजूर ने 100 मीटर स्पर्धा में 10 सेकंड की बाधा को तोड़ने का संकल्प लिया है।
ओलंपियन और राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक अविनाश साबले को अपनी पसंदीदा 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में शीर्ष 5 में जगह बनाने की उम्मीद थी, लेकिन शुक्रवार 11 जुलाई की रात वह दौड़ की शुरुआत में ही ही गिर गए। इसके बाद वह असहज महसूस करने लगे। मौजूदा एशियाई चैंपियन अविनाश साबले लंगड़ाते हुए ट्रैक से बाहर चले गए और उनकी चोट की गंभीरता अब तक ज्ञात नहीं है।
यह 30 वर्षीय खिलाड़ी सितंबर में टोक्यो में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए पहले ही क्वालिफाई कर चुका है, लेकिन इस वर्ष वह अब तक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। वह पिछले दो डायमंड लीग मुकाबलों में 13वें और आठवें स्थान पर रहे हैं। मोरक्को के सौफियान एल बक्काली ने 8:01.18 सेकंड के समय के साथ दौड़ जीती, जबकि जापान के रयुजी मिउरा 8:03.43 सेकंड के समय के साथ 19 धावकों में दूसरे और केन्या के एडमंड सेरिम 8:04.00 सेकंड के समय के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
कुजूर ने अंडर-23 की 200 मीटर स्पर्धा में 20.55 सेकंड का समय लेकर चौथा स्थान हासिल किया। छत्तीसगढ़ के रहने वाले इस 22 वर्षीय खिलाड़ी ने शुरू से लेकर आखिर तक चुनौती पेश की। ऑस्ट्रेलिया के किशोर खिलाड़ी गाउट 20.10 सेकंड के साथ शीर्ष स्थान पर रहे। बोत्सवाना के बुसांग कोलेन केबिनाथशिपी (20.28 सेकेंड) और दक्षिण अफ्रीका के नईम जैक (20.42 सेकेंड) ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। कुजूर के नाम 200 मीटर दौड़ में 20.32 सेकंड का समय का भारतीय राष्ट्रीय रिकार्ड है।
कुजूर हाल के महीनों में देश की सबसे चमकदार स्प्रिंट उम्मीदों में से एक बनकर उभरे हैं। उन्होंने पिछले सप्ताहांत ही ग्रीस में ड्रोमिया इंटरनेशनल स्प्रिंट एंड रिले मीट में 10:18 सेकंड के समय के साथ राष्ट्रीय 100 मीटर रिकॉर्ड तोड़ दिया और रिले टीम के साथी गुरिंदरवीर सिंह के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने इस सीजन की शुरुआत में जिनेवा में 20:27 सेकंड का समय निकाला था, जो किसी भी भारतीय द्वारा दौड़ी गई अब तक की सबसे तेज 200 मीटर दौड़ थी।
