वर्ल्ड रैंकिंग में नौवें पर काबिज एचएस प्रणॉय ने इस साल दूसरी बार बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर सुपर ओपन के फाइनल में जगह बनाई। ऑस्ट्रेलिया ओपन में उन्होंने हमवतन प्रियांशू रजावत को मात देकर फाइनल में जगह पक्की की जहां उनका सामना चीन के किम गा इयून से होगा। प्रणॉय ने 43 मिनट तक चले मुकाबले में 21-18,21-12 से मात दी।

उन्होंने मैच के पहले गेम में अच्छा प्रदर्शन किया और छठी वरीयता प्राप्त प्रणय को कड़ी टक्कर दी। इस साल मई में मलेशिया मास्टर्स जीतने वाले प्रणय ने अपने अनुभव का भरपूर उपयोग करते हुए दूसरा गेम आसानी से जीतकर मुकाबला अपने नाम किया।

रजावत ने श्रीकांत को दी थी मात

दुनिया के 31वें नंबर के राजावत के खिलाफ 1-0 की बढ़त के साथ सेमीफाइनल में उतरे थे। इससे पहले प्रणॉय ने उन्हें 2022 में सैयद मोदी इंटरनेशनल में हराया था। ऑरलियन्स मास्टर्स चैंपियन राजावत ने हमवतन किदांबी श्रीकांत को एकतरफा क्वार्टर फाइनल में 21-13 21-8 से हराकर पहली बार सुपर 500 टूर्नामेंट के सेमीफाइनल जगह बनायी थी। वहीं दुनिया के नौवें नंबर के खिलाड़ी प्रणॉय ने दुनिया को दूसरे नंबर के खिलाड़ी इंडोनेशिया के एंथोनी सिनिसुका जिंटिंग के खिलाफ एड़ी-चोटी का जोड़ लगाना पड़ा। उन्होंने 73 मिनट तक चले मुकाबले के शुरुआती गेम में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 16-21, 21-17, 21-14 से कड़ी जीत हासिल की।

राजावत के लिए खास रहा है यह साल

मध्य प्रदेश के 21 वर्षीय राजावत आठ साल की उम्र में पुलेला गोपीचंद की ग्वालियर अकादमी में शामिल हुए थे। उन्होंने पिछले एक साल में अपने खेल में काफी सुधार किया है। राजावत ने इस सत्र में जिंटिंग, जापान के कोडाई नाराओका और हमवतन लक्ष्य सेन से शीर्ष खिलाड़ियों को तीन गेम तक चले मुकाबले में कड़ी टक्कर दी है।

पीवी सिंधु हो गई थी बाहर

पिछले कई टूर्नामेंटों से शुरुआती दौर में ही बाहर होने के कारण विश्व रैंकिंग में 17वें स्थान पर खिसकी सिंधु को दुनिया की 12वें नंबर की खिलाड़ी झांग ने 39 मिनट में 21-12, 21-17 से हरा दिया। अब वह 21 से 27 अगस्त तक डेनमार्क के कोपेनहेगन में विश्व चैम्पियनशिप खेलेंगी । विश्व चैम्पियनशिप 2019 विजेता सिंधुचोट से उबरने के बाद से खराब फॉर्म से गुजर रही है।