क्राइस्टचर्च में 11 मार्च को न्यूजीलैंड को ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट से हराकर सूपड़ा साफ कर दिया। अब कीवी कप्तान टिम साउदी को कप्तानी और टीम से जगह गंवाने का डर सता रहा है। साउदी का प्रदर्शन सीरीज में खराब रहा। न्यूजीलैंड को अब टेस्ट सीरीज इस साल सितंबर में खेलनी है। उसे श्रीलंका और भारत का दौरा करना है।
टिम साउदी ने क्राइस्टचर्च में अपना 100वां टेस्ट खेला। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में केवल 4 विकेट ले सके। डेब्यूटेंट बेन सीयर्स ने शानदार प्रदर्शन किया। वहीं मैट हेनरी सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे, लेकिन उन्हें साउदी से मदद नहीं मिली। वेलिंग्टन टेस्ट में साउदी ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया था। गेंदबाजों के लिए मददगार परिस्थितियों में भी वह जूझते दिखे।
साउदी ने क्या कहा
साउदी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज गंवाने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस नें कहा, “हम देखेंगे। जाहिर तौर पर आप एशिया में जाते हैं, दुनिया के उस हिस्से में स्पिन के मुख्य हथियार बनने के साथ टीम का स्वरूप थोड़ा बदल जाता है। लेकिन जब हम वहां पहुंचेंगे तो फैसला करेंगे। हम आज रात इससे निपटेंगे और आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे।”
टिम साउदी की कप्तानी सवालों के घेरे में
क्राइस्टचर्च में ऑस्ट्रेलिया की रन चेज के दौरान टिम साउदी की कप्तानी सवालों के घेरे में आ गई जब उन्होंने अपने तेज गेंदबाजों को लंबे स्पैल देने के बाद सुबह के सत्र में ग्लेन फिलिप्स को अटैक पर लाने में देरी की। पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर ने पहले मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए परेशानी खड़ी कर दी थी।
फील्डिंग का किया बचाव
साउदी ने आलोचना पर कहा, ” पहले सत्र में हमें लगा कि सीम ही विकल्प है। हमने पहले सत्र में कुछ मौके बनाये। हमें लगा कि सीम सही कदम था।” न्यूजीलैंड की फील्डिंग सीरीज में खराब रही। इसे लेकर साउदी ने कहा, ” खिलाड़ी जानबूझकर कैच नहीं छोड़ते। फील्डिंग पर हर कोई कड़ी मेहनत करता है। दिन की शुरुआत में कैच टपका था। लेकिन अगर हम इसे लेते हैं तो हमें अगली गेंद पर विकेट नहीं मिलता है। कौन जानता है कि हेड ने मार्श जैसी पारी नहीं खेली होती। आप कई चीजों पर पीछे मुड़कर देख रहे हैं, लेकिन खिलाड़ी अपनी फील्डिंग पर कड़ी मेहनत करते हैं।”