शीर्ष वरीय एमसी मैरीकोम (51 किग्रा) और एल सरिता देवी ने रविवार (27 मार्च) को यहां एशियाई ओलंपिक क्वालीफाइंग के प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई लेकिन भारत के पुरुष मुक्केबाजों ने निराश किया। पांच बार की विश्व चैम्पियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैरीकोम ने पहले दौर के मुकाबले में कजाखस्तान की नाजिम काइजाबे को 2-1 से हराया। साथ ही पूर्व एशियाई चैम्पियन एल सरिता देवी (60 किग्रा) ने भी जापान की तोमोको कुगिमिया को हराकर अंतिम 16 में जगह बनाई।
पुरुष खिलाड़ियों ने हालांकि रविवार (27 मार्च) को भी निराश किया। एशियाई चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता चौथे वरीय विकास कृष्ण (75 किग्रा) करीबी मुकाबले में स्थानीय मुक्केबाज झाओ मिनगांग से हार गए। सतीश कुमार (91 किग्रा से अधिक) को भी स्थानीय खिलाड़ी हेईपेंग मू के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी। धीरज ने 60 किग्रा वर्ग में थाईलैंड के पचान्या लोगचिन को हराकर भारतीय टीम को खुश होने का कुछ मौका दिया।
प्रतियोगिता में लगभग 30 देशों के 226 मुक्केबाज हिस्सा ले रहे हैं जिनका लक्ष्य अगस्त में होने वाले रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना है। इस महाद्वीप प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में 30 जबकि महिला वर्ग में छह कोटा दांव पर लगे हैं। पुरुष स्पर्धा में प्रत्येक भार वर्ग में शीर्ष तीन पर आने वाले मुक्केबाज ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करेंगे जबकि महिला वर्ग में शीर्ष दो मुक्केबाज को रियो जाने का मौका मिलेगा। पुरुष वर्ग में तीसरे स्थान का फैसला कांस्य पदक विजेताओं के बीच प्ले ऑफ से होगा।