हरियाणा की खापों ने आने वाले एशियन गेम्स के लिए पहलवानों के चयन विवाद से खुद को अलग करते हुए शनिवार को कहा कि इस विवादास्पद मामले पर केवल राष्ट्रीय महासंघ ही फैसला कर सकता है। यह निर्णय हरियाणा के जींद जिले में आयोजित एक खाप पंचायत के दौरान लिया गया, जिसकी अध्यक्षता कंडेला गांव के ओम प्रकाश ने की।

बजरंग पूनिया और विनेश को छूट देने पर हुआ था विवाद

एशियाई खेलों के लिए भारतीय टीम में ओलंपिक चैम्पियन पहलवान बजरंग पूनिया (पुरुष, 65 किग्रा) और वर्ल्ड चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट (महिला 53 किग्रा) को चयन छूट दिए जाने के बाद विवाद हो गया था और इससे नाराज पहलवानों और उनके परिवार के सदस्यों ने एशियाई खेलों के ट्रायल का बहिष्कार करने की धमकी दी थी। इसके बाद हालांकि विनेश ने सर्जरी के कारण एशियाई खेलों से अपना नाम वापस ले लिया है। बजरंग ने कहा था कि वह खाप पंचायतों के फैसले को मानेंगे।

खाप ने किया था धरने का प्रदर्शन

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद खापों ने बजरंग,विनेश और साक्षी मलिक का समर्थन किया था। ओम प्रकाश ने कहा, ‘‘आज की पंचायत केवल खिलाड़ियों के लिए थी। एशियाई खेलों के लिए पहलवानों के चयन के मुद्दे पर पंचायत का मानना है कि यह खापों के लिए निर्णय लेने का मामला नहीं है और इस मुद्दे पर महासंघ को फैसला करना होगा।’’

खाप नहीं लेंगी ट्रायल्स को लेकर फैसला

उन्होंने कहा, ‘‘ इस मामले पर केवाल पहलवानों का महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ही निर्णय ले सकता है, खाप नहीं। आज ज्यादातर खापें जींद जिले से थीं। हम इसे महासंघ पर छोड़ते हैं, और इस मामले में खाप का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।’’