टोक्यो में 1958 संस्करण के बाद से पुरुष हॉकी एशियाई खेलों का स्थायी रोस्टर रही है। महिलाओं की प्रतियोगिता को बहुत बाद में 1982 में नई दिल्ली में आयोजित एशियाई खेलों में शामिल किया गया था। पाकिस्तानी पुरुष हॉकी टीम 16 में से 8 संस्करणों में स्वर्ण पदक जीती है। पाकिस्तान एशियाई खेलों के इतिहास में सबसे सफल टीम है, जबकि दक्षिण कोरिया ने दस संस्करणों में पांच बार महिला खिताब जीता है।

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशियाई खेलों में अब तक सिर्फ 3 स्वर्ण पदक (1966, 1998 और 2014) जीते हैं। इसके अलावा उसके खाते में नौ रजत पदक और तीन कांस्य पदक भी हैं। ये आंकड़े बताते हैं कि ओलंपिक में सबसे सफल टीमों में से एक भारतीय पुरुष टीम को एशियाई स्तर पर उतनी सफलता नहीं मिली है, क्योंकि चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान वर्षों से उन पर भारी पड़ रहा है।

भारत-पाकिस्तान हॉकी मैच दुनिया में सबसे बड़ी खेल प्रतिद्वंद्विताओं में से एक माना जाता है। एशियन गेम्स के शुरुआती संस्करणों में यह सभी खेलों में सबसे बड़े आकर्षणों में से एक था। एशियाई खेलों में पुरुष हॉकी फाइनल में सात बार दोनों पड़ोसियों का आमना-सामना हुआ। पाकिस्तानी टीम उनमें से 6 बार चैंपियन बनने में सफल रही।

भारत फाइनल में 9 में से सिर्फ 2 बार ही पाकिस्तान को हरा पाया

भारत अब तक नौ मुकाबलों में सिर्फ दो बार ही पाकिस्तान को हराने में सफल रहा है। एशिया में हॉकी की लोकप्रियता बढ़ने के साथ 1980 के दशक के अंत में कोरिया, मलेशिया और जापान की टीमों ने भी पाकिस्तान को चुनौती देना शुरू कर दिया। एशियाई खेलों में अब तक केवल चार देशों पाकिस्तान, भारत, दक्षिण कोरिया और जापान ने ही पुरुष हॉकी के स्वर्ण पदक जीते हैं।

एशियाई खेलों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम का प्रदर्शन

1958 एशियाई खेल (एक रजत): टोक्यो में 1958 के एशियाई खेलों में हॉकी पुरुषों का एकमात्र आयोजन था। उसमें 5 टीमों ने राउंड-रॉबिन प्रतियोगिता में भाग लिया था। दस मैच के बाद भारत से अधिक गोल अंतर के कारण पाकिस्तान तालिका में शीर्ष पर था, इसलिए पाकिस्तान को स्वर्ण पदक मिला और भारत को रजत से संतोष करना पड़ा, जबकि दक्षिण कोरिया को कांस्य पदक मिला।

1962 एशियाई खेल (एक रजत): इंडोनेशिया के जकार्ता में आयोजित 1962 एशियाई खेलों में पुरुषों की हॉकी प्रतियोगिता में नौ टीमें खेलीं। पाकिस्तान ने फाइनल में भारत को 2-0 से हराकर लगातार दूसरी बार स्वर्ण पदक जीता।

1966 एशियाई खेल (एक स्वर्ण): थाइलैंड की राजधानी बैंकांक में 1966 के एशियाई खेल आयोजित हुए। उसमें हॉकी के फाइनल में बलबीर सिंह के अतिरिक्त समय के गोल की बदौलत भारत ने दो बार के गत चैंपियन पाकिस्तान को 1-0 से हराकर अपना पहला स्वर्ण पदक जीता।

1970 एशियाई खेल (एक रजत): बैंकॉक में 1970 एशियाई खेलों में केवल आठ टीमें खेलीं, जिसमें इंडोनेशिया और दक्षिण कोरिया शामिल नहीं हुए। भारत फाइनल में पाकिस्तान से अतिरिक्त समय में एकमात्र गोल से हार गया और उसे रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

1974 एशियाई खेल (एक रजत): 1974 एशियाई खेलों में फील्ड हॉकी प्रतियोगिता ईरान के तेहरान में आयोजित की गई थी। उस संस्करण में 6 टीमों ने राउंड-रॉबिन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। चूंकि पाकिस्तान और भारत दोनों के अंक बराबर थे, इसलिए विजेता का फैसला करने के लिए प्ले-ऑफ खेल आयोजित किया गया। पाकिस्तान ने भारत को दो गोल से हराकर स्वर्ण पदक जीता।

1978 एशियाई खेल (एक रजत): बैंकॉक में 1978 एशियाई खेलों में 8 टीमों ने हिस्सा लिया। भारत ने सभी तीन ग्रुप मैच जीते और सेमीफाइनल में जापान को हराया, लेकिन फाइनल में पाकिस्तान से एक गोल से हार गया।

1982 एशियाई खेल (एक रजत): 1982 एशियाई खेल नई दिल्ली में आयोजित किए गए थे। फाइनल में भारतीय पुरुष हॉकी टीम को पाकिस्तान ने 7 गोल के बड़े अंतर से हराया। इसी संस्करण से महिला हॉकी को भी एशियन गेम्स में शामिल किया गया। पूरे टूर्नामेंट में अपराजित रहने के बाद सभी पांच मैच जीतकर भारतीय महिला हॉकी टीम गोल्ड मेडल अपने नाम किया।

1986 एशियाई खेल (एक कांस्य): भारतीय पुरुष हॉकी टीम पहली बार 1986 में दक्षिण कोरिया के सियोंगनाम में एशियाई खेलों के फाइनल में पहुंचने में असफल रही। भारत सेमीफाइनल में पाकिस्तान से अतिरिक्त समय में 1-3 से हार गया और बाद में कांस्य पदक प्लेऑफ में मलेशिया को 4-1 से हराया।

1990 एशियाई खेल (एक रजत): बीजिंग में 1990 एशियाई खेलों में पुरुष और महिला दोनों हॉकी टूर्नामेंट राउंड-रॉबिन फॉर्मेट में खेले गए थे। सात टीमों के बीच कुल 21 मैच खेले गए और भारतीय पुरुष हॉकी टीम पाकिस्तान के बाद दूसरे स्थान पर रही।

1994 एशियाई खेल (एक रजत): जापान के हिरोशिमा में 1994 एशियाई खेलों के फाइनल में भारतीय पुरुष हॉकी टीम का मुकाबला दक्षिण कोरिया से हुआ। यह पहली बार था जब पाकिस्तान फाइनल में नहीं पहुंच पाया। भारतीय पुरुष टीम दक्षिण कोरिया के मजबूत आक्रमण से पार नहीं पा सकी और 2-3 से हार गई। उसे रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

1998 एशियाई खेल (एक स्वर्ण): भारतीय पुरुष हॉकी टीम 1998 बैंकॉक एशियाई खेलों के फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में दक्षिण कोरिया को हराकर चैंपियन बनी।

2002 एशियाई खेल (एक रजत): 2002 एशियाई खेल दक्षिण कोरिया के बुसान में आयोजित किए गए थे। भारतीय टीम सेमीफाइनल में पाकिस्तान को 4-3 से हराने में सफल रही, लेकिन फाइनल में मेजबान से समान अंतर से हार गई।

2006 एशियाई खेल (पहली बार नहीं मिला पदक): एशियाई खेलों के इतिहास में पहली बार भारतीय पुरुष टीम पोडियम तक पहुंचने से चूक गई। एशियाड का 2006 संस्करण कतर की राजधानी दोहा में आयोजित किया गया था। ग्रुप चरण में चीन से हार और दक्षिण कोरिया से ड्रॉ खेलना महंगा साबित हुआ और टीम सेमीफाइनल में जगह नहीं बना सकी।

2010 एशियाई खेल (एक कांस्य): 2010 एशियाई खेल चीन के गुआंगझू आयोजित किए गए थे। भारतीय पुरुष टीम सेमीफाइनल में मलेशिया के खिलाफ करीबी मैच हार गई, लेकिन कांस्य पदक मैच में जोरदार वापसी करते हुए दक्षिण कोरिया को एक गोल से हरा दिया।

2014 एशियाई खेल (एक स्वर्ण): दक्षिण कोरिया के इंचियोन में आयोजित 2014 एशियाई खेलों के फाइनल में भारत और पाकिस्तान फिर आमने-सामने हुए। इस बार आकाशदीप सिंह, मनप्रीत सिंह, बीरेंद्र लाकड़ा और धर्मवीर सिंह ने अपने शॉट्स को गोल में बदलकर पेनल्टी शूटआउट में पाकिस्तान पर 4-2 से जीत हासिल की।

2018 एशियाई खेल (एक कांस्य): इंडोनेशिया के जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में संबंधित स्पर्धाओं में कुल बारह पुरुष और दस महिला टीमों ने हिस्सा लिया। कुछ मैच पालेमबांग में भी आयोजित किये गये। गत चैंपियन भारत का फाइनल में जगह नहीं बना पाना बड़ा सेटबैक था, क्योंकि मलेशिया ने सेमीफाइनल में भारत को सडन डेथ में 7-6 से हरा दिया था। भारत ने कड़े मुकाबले में पाकिस्तान को 2-1 से हराकर सांत्वना स्वरूप कांस्य पदक हासिल किया।

ये है भारतीय पुरुष हॉकी की पूरी टीम

गोलकीपर: कृष्ण बहादुर पाठक, पीआर श्रीजेश। डिफेंडर: हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), अमित रोहिदास, जरमनप्रीत सिंह, सुमित, जुगराज सिंह, वरुण कुमार। मिडफील्डर: हार्दिक सिंह (उप कप्तान), शमशेर सिंह, विवेक सागर प्रसाद, मनप्रीत सिंह, नीलकंठ शर्मा। फॉरवर्ड: आकाशदीप सिंह, एस कार्ति, गुरजंत सिंह, सुखजीत सिंह, पवन, मनदीप सिंह।

ऐसा है एशियाई खेलों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम का कार्यक्रम

24 सितंबर 2023: भारत बनाम उज्बेकिस्तान, सुबह 08:45 बजे से।
26 सितंबर 2023: भारत बनाम सिंगापुर, सुबह 06:30 बजे से।
28 सितंबर 2023: भारत बनाम जापान, शाम 18:15 बजे से।
30 सितंबर 2023: भारत बनाम पाकिस्तान, 18:15 बजे से।
02 अक्टूबर 2023: भारत बनाम बांग्लादेश, 13:15 बजे से।

नोट: मैचों का लाइव टेलीकॉस्ट सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के विभिन्न चैनल्स पर किया जाएगा। एशियाई खेलों में भारत की स्पर्धाओं से जुड़े अपडेट्स के लिए आप जनसत्ता.कॉम के साथ भी जुड़े रह सकते हैं।