19वें एशियन गेम्स में भारतीय मेन्स हॉकी टीम ने गोल्ड मेडल जीत लिया है। फाइनल में जापान के खिलाफ भारत ने 5-1 से जीत दर्ज कर एशियाड के इतिहास में मेन्स हॉकी के अंदर चौथा गोल्ड जीता। भारत ने इससे पहले 2014 एशियन गेम्स में आखिरी गोल्ड जीता था। 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में भारतीय हॉकी टीम सेमीफाइनल में हार गई थी। जकार्ता की असफलता को भुलाते हुए भारतीय हॉकी टीम ने ना सिर्फ गोल्ड मेडल हासिल किया बल्कि इस जीत के साथ पेरिस ओलंपिक के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है।
जीत से कोच क्रेग फुल्टन भी गौरवान्वित
टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल नाम करने के बाद भारतीय मेन्स हॉकी टीम पर एशियाई खेलों में गोल्ड जीतने का थोड़ा प्रेशर भी था। टीम ने प्रेशर में शानदार खेल दिखाते हुए गोल्ड मेडल सुनिश्चित कर दिया। कप्तान हरमनप्रीत सिंह की टीम ने गोल्ड नाम कर पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल कर लिया है। बता दें कि एशियन गेम्स में केवल गोल्ड हासिल करने वाली महिला और पुरुष टीम ही पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करती। भारत की इस जीत से कोच क्रेग फुल्टन भी गौरवान्वित है।
हॉकी टीम ने चौथी बार जीता गोल्ड
भारत ने एशियन गेम्स में यह चौथा गोल्ड अपने नाम किया है। इससे पहले 1966, 1998, 2014 में भारत ने गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा हॉकी टीम ने 1958, 1962, 1970, 1974, 1978, 1982, 1990, 1994 और 2002 में सिल्वर मेडल जीते थे। वहीं 1986 और 2018 में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था।
भारत की ओर से किस-किस ने किया गोल
इस फाइनल मुकाबले में भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कुल दो गोल दागे। यह दो गोल उन्होंने 32वें और 59वें मिनट में किया। हरमनप्रीत के अलावा अभिषेक ने 48वें मिनट में गोल दागा। अमित रोहिदास (36वां) और मनप्रीत सिंह (25वां) ने भी 1-1 गोल किया। जापान की ओर से एकमात्र गोल एस तनाका ने 51वें मिनट में दागा। पहले क्वार्टर तक भारत और जापान दोनों का स्कोर 0-0 था। भारत को 15वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला था, लेकिन अमित रोहिदास गोल दागने से चूक गए थे।
इस मैच में भारत का खाता दूसरे क्वार्टर में खुला जब 25वें मिनट में मनप्रीत ने खोला। ललित उपाध्याय सर्कल के भीतर गेंद लेकर गए और नीलाकांता शर्मा को सौंपी जिन्होंने सर्कल पर खड़े मनप्रीत को गेंद थमाई और उन्होंने सटीक निशाना साधकर गेंद गोल के भीतर डाल दी । मैदानी अंपायर ने उछाल के कारण गोल अमान्य करार दिया लेकिन भारत ने वीडियो रेफरल लिया और फैसला भारतीय टीम के पक्ष में रहा।
इसके बाद भारत ने तीसरे क्वार्टर में पेनल्टी कॉर्नर पर दो गोल दागे । हरमनप्रीत ने 32वें मिनट में और रोहिदास ने चार मिनट बाद ये गोल किये । चौथे क्वार्टर में अभिषेक ने तीसरे मिनट में और हूटर से एक मिनट पहले हरमनप्रीत ने गोल करके भारत की शानदार जीत तय कर दी