हांगझू के एशियन गेम्स भारत के खेल इतिहास में एक स्वर्णिम पन्ना जोड़ दिया। पहली बार भारत ने इन खेलों में मेडल्स का शतक लगाया। भारत को कुछ ऐसे खेलों में भी मेडल मिले जहां उम्मीद नहीं की जा रही थी। खिलाड़ियों ने नामुमकिन दिखने वाले काम को सच कर दिखाया और यह साबित किया कि भारत किसी भी लिहाज कम नहीं है।

आर्चरी में क्लीन स्वीप

कंपाउंड आर्चरी में इस बार भारतीय खिलाड़ियों ने अपना वर्चस्व कायम किया। भारत ने यहां क्लीन स्वीप किया और ऐसा पहली बार हुआ। भारत ने दोनों टीमें इवेंट्स में गोल्ड मेडल जीता। इसके अलावा मिक्स्ड डबल्स इवेंट्स में ज्योति वेन्नम और प्रवीण ओजस ने गोल्ड अपने नाम किया। यह दोनों खिलाड़ी व्यक्तिगत इंवेंट्स के भी चैंपियन बने।

सेपकटकरॉ में ब्रॉन्ज

भारत की सेपकटकरॉ महिला रेगु टीम ने एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता। भारत की महिला टीम पहली बार यहां मेडल जीतने में कामयाब रही। अयेकपम माईपाक देवी, ओइनम चाओबा देवी, खुशबू, एलांगबम प्रिया देवी और एलंगबम लीरेंटोम्बी देवी की भारतीय टीम को सेमीफाइनल में गत चैम्पियन थाईलैंड से हार मिली लेकिन सेमीफाइनल में जगह बनाने के कारण उन्हें ब्रॉन्ज मेडल मिला।

सात्विक-चिराग का ऐतिहासिक गोल्ड

बैडमिंटन के पुरुष डबल्स इवेंट्स में भारत के चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी की जोड़ी ने इतिहास रच दिया है। वर्ल्ड नंबर जोड़ी ने यहां गोल्ड मेडल हासिल किया। भारत को एशियन गेम्स में पहली बार बैडमिंटन के किसी इवेंट में गोल्ड मेडल हासिल हुआ। एशियन गेम्स में बैडमिंटन पुरुष डबल्स के इतिहास में भारत का यह सिर्फ दूसरा पदक है। इससे पहले 1982 दिल्ली एशियाई खेलों में भारत के लेरॉय डीसा और प्रदीप गांधे की जोड़ी ने कांस्य पदक जीता था।

अदिति अशोक ने पूरी की टोक्यो की कसर

टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचने से चूकने वाली अदिति अशोक ने एशियन गेम्स में इतिहास रचा। अदिति ने गोल्फ में सिल्वर मेडल जीता। वह इन खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला गोल्फर बन गई हैं। अदिति के पास गोल्ड जीतने का मौका था लेकिन उन्होंने आखिरी दिन लीड गंवा दी थी।

स्केटिंग में खुला भारत का खाता

भारतीय पुरुष और महिला स्पीड स्केटिंग 3000 मीटर रिले टीमों ने ब्रॉन्ज मेडल महिला रिले में, कार्तिक जगदीश्वरन, हीरल साधु और आरती कस्तूरी राज की भारतीय तिकड़ी ने 4:34.861 का समय लिया। विक्रम राजेंद्र इंगले, सिद्धांत राहुल कांबले और आनंदकुमार वेलकुमार की तिकड़ी ने पुरुषों की रिले में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इन तीनों ने 4:10.128 का समय लिया और टीम तीसरे स्थान पर रही। भारत को स्केटिंग में कभी मेडल हासिल नहीं हुआ है।

सुतीर्था-अयहिका ने चीन को उसी के घर में रौंदा

टेबल टेनिस के महिला डबल्स में भारतीय जोड़ी सुतीर्था मुखर्जी और अयहिका मुखर्जी ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत का लंबा इंतजार खत्म किया। इस जोड़ी ने वर्ल्ड नंबर वन जोड़ी को उसी के घर में हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। ये 1966 के बाद पहला मौका था जब चीन ने महिला डबल्स इवेंट में कोई पदक नहीं जीता।

घुड़सवारी में खत्म हुआ भारत का 41 का इंतजार

एशियन गेम्स 2023 के तीसरे दिन घुड़सवारी के खेल में भारतीय प्लेयर्स ने इतिहास रचा। घुड़सवारी ड्रेसेज इवेंट में 41 साल का सूखा खत्म करते हुए हृदय छेदा, दिव्यकृति, सुदीप्ति हजेला और अनुष अग्रवाल ने मिलकर देश को ऐतिहासिक गोल्ड मेडल दिलाया। इस इवेंट में भारत ने आखिरी मेडल साल 1982 में जीता था।