ओलंपिक रजत पदक विजेता रवि दहिया एशियन गेम्स में भाग नहीं ले पाएंगे क्योंकि रविवार को इंदिरा गांधी स्टेडियम में हुए ट्रायल्स में वह 57 किग्रा भार वर्ग में अतीश टोडकर से हारकर बाहर हो गए। दहिया को अपने उत्कृष्ट कौशल और दमखम के कारण ‘ मशीन’ कहा जाता है और उनसे महाराष्ट्र के रहने वाले टोडकर के खिलाफ अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी।

रवि ने रविवार को कुछ शानदार अंक बनाए, लेकिन टोडकर ने आखिर में उन्हें चित कर दिया। दहिया के मामले में ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है। टोडकर तब 20-8 से आगे चल रहे थे जब उन्होंने दहिया के कंधे को जमीन पर लगाया। टोडकर ने दहिया को लगातार चकमा दिया और अपने शानदार खेल से उलटफेर भरी जीत दर्ज की। दहिया ने अपने दाहिने घुटने में एसीएल (एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट) और एमसीएल (मेडियल कोलैटरल लिगामेंट) की चोटों के कारण किसी प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया था।

दहिया ने किशोरावस्था में ही कुश्ती शुरू कर दी थी और 55 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में साल्वाडोर डी बाहिया में 2015 जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। उन्हें 2017 में चोट लग गई, जिसके कारण वह एक साल से अधिक समय तक एक्शन से बाहर रहे। वापसी के बाद उन्होंने बुखारेस्ट में 2018 वर्ल्ड अंडर 23 कुश्ती चैंपियनशिप में 57 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीता, जो प्रतियोगिता में भारत का एकमात्र पदक था।

दहिया 2019 प्रो रेसलिंग लीग में खिताब जीतने वाली टीम, हरियाणा हैमर्स का प्रतिनिधित्व करते हुए अजेय रहे। कांस्य पदक मैच हारने के बाद, शीआन में 2019 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में वह पांचवें स्थान पर थे। 2019 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में, दहिया ने राउंड ऑफ 16 में यूरोपीय चैंपियन आर्सेन हरुत्युनियन और क्वार्टर फाइनल में 2017 विश्व चैंपियन युकी ताकाहाशी को हराकर 2020 विंटर ओलंपिक में जगह बनाई। वह सेमीफाइनल दौर में गत चैंपियन और स्वर्ण पदक विजेता जोर उगुएव से हार गए। वह ईरान के रेजा अत्री को हराकर कांस्य पदक जीतने में सफल रहे।

दहिया को अक्टूबर 2019 में युवा मामले और खेल मंत्रालय की टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) में शामिल किया गया था। वह 2019 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता और तीन बार के एशियाई चैंपियन भी हैं। दहिया ने नई दिल्ली में 2020 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप और अल्माटी में 2021 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने पुरुषों के 57 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। 2022 यासर डोगू टूर्नामेंट में, उन्होंने फाइनल में उज्बेकिस्तान के गुलोमजोन अब्दुल्लाएव को 11-10 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। 2022 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में वह प्री-क्वार्टर फाइनल में अब्दुल्लाव से हार गए।