इंचियोन। बेहतरीन फार्म में चल रही रही जसप्रीत कौर और रानी के दो दो गोल की मदद से भारतीय महिला हॉकी टीम ने आज यहां मलेशिया को 6-1 से करारी शिकस्त देकर शान के
साथ एशियाई खेलों के सेमीफाइनल में जगह बनाई।
भारतीय टीम शुरू से मलेशियाई टीम पर हावी हो गई। उसने पहले दो क्वार्टर के बाद ही 4-0 की बढ़त हासिल कर ली थी। मलेशिया ने आखिरी दो क्वार्टर में कुछ चुनौती पेश की लेकिन इस दौरान वह केवल एक गोल करके गोल अंतर ही कम कर पाया।
भारत की तरफ से जसप्रीत (चौथे और 20वें मिनट) और रानी (नौवें और 39वें मिनट) ने दो दो जबकि नमिता टोप्पो (17वें मिनट) और वंदना कटारिया (50वें मिनट) ने एक-एक गोल दागा। मलेशिया की तरफ से एकमात्र गोल कप्तान नादिया बिनती ने 41वें मिनट में किया। भारत सेमीफाइनल में ग्रुप बी से शीर्ष पर रहने वाली टीम से भिड़ेगा।
एशियाई खेलों से पहले तैयारियों के सिलसिले में मलेशिया को टेस्ट श्रृंखला में करारी शिकस्त देने वाली भारतीय टीम ने फिर से अपने इस प्रतिद्वंद्वी पर दबदबा बनाये रखा और उसे शुरू से लेकर आखिर तक उबरने का कोई मौका नहीं दिया। मलेशियाई टीम अभी संभल पाती इससे पहले भारतीय टीम ने उसकी रक्षापंक्ति में सेंध लगायी और जसप्रीत ने खूबसूरत गोल करके भारत को बढ़त दिला दी।
रानी ने इसके पांच मिनट बाद पेनल्टी कार्नर को गोल में तब्दील करके पहले क्वार्टर तक भारत को 2-0 से आगे रखा। दूसरे क्वार्टर में भी कहानी इसी तरह से आगे बढ़त रही। नमिता ने दूसरे क्वार्टर के शुरू में ही मैदानी गोल किया जबकि इसके तीन मिनट बाद जसप्रीत ने भी दर्शनीय गोल दागा। इससे पहले 20 मिनट में भारत 4-0 से बढ़त बनाकर मजबूत स्थिति में पहुंच गया था।
भारतीय टीम ने इसके बाद कुछ मौके गंवाये लेकिन इससे परिणाम पर कोई खास असर नहीं पड़ा। तीसरे क्वार्टर में रानी ने पेनल्टी कार्नर पर अपनी कलाकारी दिखाकर स्कोर 5-0 कर दिया। इसके दो मिनट बाद मलेशिया को पेनल्टी कार्नर मिला जिसे उसकी कप्तान नादिया गोल में बदलने में सफल रही लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
मलेशिया में तीसरे क्वार्टर में आक्रामक खेल दिखाया लेकिन भारतीय गोलकीपर सविता की तारीफ करनी होगी जिन्होंने दो अवसरों पर बहुत अच्छा बचाव किया।
मलेशिया आखिरी क्वार्टर में भी गोल करने के लिये बेताब दिखा लेकिन इसमें भारत में दबदबा बनाये रखा। वंदना ने 50वें मिनट में टीम की तरफ से छठा गोल करके भारत की बड़ी जीत सुनिश्चित की। इसके तुरंत बाद भारतीय टीम को पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाई।