मेजबान भारत ने बुधवार तीन सितंबर 2025 की रात पुरुष एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट के सुपर चार चरण के अपने पहले मैच में गत चैंपियन कोरिया के खिलाफ कई मौके गंवाए और उसे 2-2 से ड्रॉ पर संतोष करना पड़ा। गेंद पर कब्जा करने और मौकों के मामले में भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहतर था, लेकिन कोरियाई टीम ने मजबूती से बचाव करते हुए ड्रॉ हासिल किया।
दोनों टीमों को मिले 1-1 अंक
दोनों टीमों को 1-1 अंक मिला। हार्दिक सिंह (8वें मिनट) ने भारत को शुरुआती बढ़त दिलाई, जिसके बाद यांग जिहुन (12वें मिनट) और ह्योनहोंग किम (14वें मिनट) ने लगातार गोल करके कोरिया को आगे कर दिया। मनदीप सिंह (52वें मिनट) ने अंतिम क्वार्टर में बराबरी हासिल की। भारत अब गुरुवार को मलेशिया से खेलेगा। कोरिया की टीम चीन का सामना करेगी।
ग्रुप चरण में भारत ने अपने सभी मैच जीते थे
भारतीय टीम ने पूल ए के सभी मुकाबलों में जीत दर्ज की, जिसमें उसने चीन को 4-3, जापान को 3-2 से हराया और फिर कजाकिस्तान को 15-0 से रौंदा। मैच भारी बारिश के कारण लगभग 50 मिनट देरी से शुरू हुआ। शुरुआत से ही हार्दिक मिडफील्ड में अपने सटीक ड्रिबल से भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे।
कोरियाई रक्षापंक्ति को भेदने में नाकाम रहा भारत
भारत ने दूसरे मिनट में अपना पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। मेजबान टीम को 7वें मिनट में लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वे कोरियाई रक्षापंक्ति को भेदने में नाकाम रहे, लेकिन एक मिनट बाद ही भारत ने हार्दिक के जरिए बढ़त हासिल कर ली। सुखजीत सिंह ने हाफलाइन में हार्दिक को पास दिया जिन्होंने 4-5 कोरियाई रक्षकों को छकाते हुए गोलकीपर के ऊपर से गेंद को गोल में डालकर अपनी टीम को बढ़त दिला दी।
भारत की गलती का कोरिया ने उठाया फायदा
हालांकि, भारत के कुछ खराब रक्षण ने कोरिया को 12वें मिनट में बराबरी दिला दी। सर्किल के अंदर जुगराज सिंह द्वारा एक कोरियाई खिलाड़ी को जानबूझकर दिया गया धक्का पेनल्टी स्ट्रोक का कारण बना और जिहुन यांग ने इस पर गोल करने में कोई गलती नहीं की। दो मिनट बाद कोरिया ने एक और गोल कर दिया।
पहले हाफ में 1-2 से पीछे था भारत
ह्योनहोंग किम ने अपने पहले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल दिया। दूसरे गोल ने भारतीयों को थोड़ा बेचैन कर दिया। भारतीय टीम कुछ बार सर्कल में घुसने में कामयाब रही लेकिन कोरियाई रक्षापंक्ति मजबूत थी। पहले हाफ तक भारत 1-2 से पीछे था। फिर कोरिया ने खेल धीमा करने की कोशिश की और गेंद पर कब्जा बनाए रखा।
मौका नहीं भुना पाए सुखजीत सिंह
भारत को 41वें मिनट में बराबरी का सुनहरा मौका मिला, लेकिन मनप्रीत सिंह से मिले पास पर सुखजीत सिंह गोल नहीं कर पाए। तीसरे क्वार्टर के खत्म होने से कुछ सेकंड पहले भारत को अपना चौथा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत के प्रयास को कोरियाई डिफेंस ने बचा लिया। भारत ने चौथे और आखिरी क्वार्टर में लगातार मौके बनाए, लेकिन फॉरवर्ड लाइन स्ट्राइकिंग सर्कल के अंदर ही चूक गई और आसान मौके गंवा दिए।
लगातार दबाव से लड़खड़ाया कोरियाई डिफेंस
भारत को 49वें मिनट में एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन जुगराज की फ्लिक को कोरियाई खिलाड़ी ने रोक दिया। कोरियाई डिफेंस आखिरकार लगातार दबाव में लड़खड़ा गया जब मनदीप ने सुखजीत की मदद से गोल दागकर स्कोर बराबर कर दिया। भारत ने कुछ सेकंड बाद एक और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन अमित रोहिदास का शॉट वाइड चला गया।
भारत ने सीटी बजने तक दबाव बनाए रखा और विजयी गोल की तलाश जारी रखी, लेकिन गोल नहीं हो पाया। मलेशिया ने पहले सुपर चार मैच में चीन को 2-0 से हरा दिया।