पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने लार्ड्स में बुधवार से शुरू हो दूसरे एशेज क्रिकेट टेस्ट से पूर्व इंग्लैंड के गेंदबाजी आक्रमण से निपटने के लिए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों मार्नस लाबुशेन और ट्रेविस हेड को तकनीक पर सलाह की पेशकश की है। ऑस्ट्रेलिया ने बर्मिंघम के एजबेस्टन में पहला टेस्ट दो विकेट से जीता, जो नए आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप साइकल का पहला मुकाबला था। ऑस्ट्रेलिया के कई खिलाड़ियों ने व्यक्तिगत रूप से अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन लाबुशेन और हेड पहले एशेज टेस्ट में जूझते दिखे।
पोंटिंग चाहते हैं कि सफलता हासिल करने के लिए लाबुशेन बेसिक्स पर ध्यान दें और उन्होंने 28 साल के दाएं हाथ के इस बल्लेबाज के साथ समय बिताने की पेशकश की। हालांकि, उन्होंने कहा कि सुझाव देने के लिए खुद नहीं जाएंगे। खिलाड़ियों को उनके पास आना होगा। पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू पर कहा, ‘‘मैं उनके आने और मेरे से पूछने का इंतजार करूंगा। यह मेरी जगह नहीं है, मैं उनके कोच की सूची में शामिल नहीं हूं, मैं बस एक पूर्व खिलाड़ी हूं और आकलन कर रहा हूं कि वे क्या कर रहे हैं, लेकिन मैं उनके (लाबुशेन) साथ उसकी बल्लेबाजी पर बात करना पसंद करूंगा क्योंकि पिछले कुछ हफ्तों में मैंने जो देखा उससे मुझे पता चला कि वह चीजों को थोड़ा जटिल बना रहे हैं।’’
लाबुशेन को क्या सलाह देंगे पोंटिंग
पोंटिंग ने लाबुशेन को लेकर कहा, ‘‘मुझे पता है कि उसे उस चीज पर भरोसा और विश्वास करने की जरूरत है, जिसने पिछले कुछ वर्षो में उसे टेस्ट क्रिकेट में दुनिया का दूसरे नंबर का बल्लेबाज बनाया। मैं उनसे कहूंगा कि उस समय के कुछ वीडियो देखें जब वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे थे और उन चीजों को याद करें और दोबारा वैसा करें।’’
हेड को इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों की बाउंसर से निपटना होगा
पोंटिंग का साथ ही मानना है कि हेड को शुरुआत में इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों की बाउंसर से निपटना होगा। इस दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, ‘‘सबसे पहले तो उसे समझना होगा कि ऐसा होगा। उनसे ऐसा होने की उम्मीद करनी होगी। मुझे लगता है कि उसे इस पर अपने दिमाग में काम करना होगा। इस तरह की गेंदबाजी से निपटने के लिए उसके लिए सर्वश्रेष्ठ तरीका क्या है? क्या गेंदबाजों को निशाना बनाना है? क्या शरीर की तरफ आ रही गेंदों के खिलाफ हुक और पुल करना है? क्या वह गेंद को छोड़ने का तरीका ढूंढ सकते हैं। थोड़ा बेहतर तरीके से गेंदों को छोड़ सकते हैं, जिससे कि गेंदबाज को थकाने का प्रयास किया जाए। ’’