ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने अपनी टीम के पूर्व कोच जॉन बुकानन की तुलना कुत्ते से की है। उन्होंने ‘एशेज डायरी 2015’ नाम से लिखी किताब में दावा किया है कि ऑस्ट्रेलिया टीम इतनी मजबूत थी कि यदि मेरा कुत्ता ‘जैरी’ भी टीम का कोच होता तो भी हम वर्ल्ड क्रिकेट के शहंशाह बने रहते। क्लार्क ने कहा कि बुकानन ने कभी देश को रिप्रेजेंट नहीं किया।
इंटरनेशनल चैंपियनशिप्स को वे कैसे समझ सकते हैं? माइकल क्लार्क की काफी समय से एशेज सीरीज में मिली हार के बाद कड़ी आलोचना हो रही थी। उन्होंने अपनी टीम के खिलाड़ी- मैथ्यू हेडन और एंड्रूयू साइमंड्स की भी निंदा की है। उन्होंने अपनी किताब में खुलासा किया कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के कुछ खिलाड़ी शराब पीकर मैच खेलते थे।
क्लार्क का दावा है कि 2009 में इंग्लैंड में शराब पीने के कारण ऑस्ट्रेलिया ने साइमंड्स का कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया था। अपनी कप्तानी सवाल उठाने वाले साथी खिलाडि़यों के बारे में उन्होंने लिखा- ‘वे कौन होते हैं मेरी कप्तानी पर सवाल उठाने वाले। ये वही खिलाड़ी हैं जिन्होंने शराब पीकर क्रिकेट खेली।’
क्लार्क ने लिखा है कि साइमंड्स ने खुलेआम टेलीविजन पर उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल खड़े किए थे। माफ कीजिएगा, लेकिन वह किसी की नेतृत्व क्षमता आंकने की काबिलियत ही नहीं रखते। यह आदमी अपने देश के लिए शराब पीकर खेलने उतरता था। उसके लिए किसी की आलोचना करना बेहद आसान है।
विश्व कप विजेता आस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान रहे क्लार्क ने आगे लिखा, ‘मेरे खयाल से मैंने पिछले 12 साल में दिखा दिया है कि मैंने अपने देश का नेतृत्व करते हुए कितना मूल्यवान कार्य किया है और मेरी 389 नंबर की जर्सी मेरे लिए कितना मायने रखती थी। रिकी यदि मुझसे हार्बर पुल से कूदने के लिए भी कहते, तो मैं वहां से कूद जाता। मैं आस्ट्रेलिया के लिए खेलना इस हद पसंद करता हूं।’