एशेज सीरीज का रोमांच हर मैच के साथ बढ़ता जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले दो टेस्ट मैच जीतकर मैच में 2-0 की लीड हासिल की हालांकि इंग्लैंड ने लीड्स में उन्हें सीरीज जीतने से रोक दिया। एशेज को दुनिया की सबसे रोमांचक टेस्ट सीरीज माना जाता है। इस सीरीज में अब तक 20 खिलाड़ियों ने डेब्यू में शतक लगाया जिसमें एक भारतीय का नाम भी शामिल है।

रंजीत सिंह ने एशेज में किया था टेस्ट डेब्यू

भारत उन दिनों में अलग-अलग रियासतों में बंटा हुआ था। ऐसी ही रियासत के प्रिंस थे रंजीत सिंह जो आगे जाकर महाराजा भी बने। रंजीत ने 1896 की एशेज सीरीज में इंग्लैंड की ओर से डेब्यू किया था। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफल्ड मैदान पर रंजीत पहली बार इंग्लैंड के लिए खेलने उतरे और इस मैच को यादगार बना दिया।

रंजीत ने पहले ही मैच में किया था कमाल

रंजीत सिंह ने मैच की पहली पारी में 62 रन बनाए। वहीं दूसरे मैच में नाबाद 154 रनों की पारी खेली। इंग्लैंड ने कुल मिलाकर 536 रन बनाए थे जिसमें से 216 रन अकेले रंजीत सिंह ने बनाए। यह मुकाबला तीन दिन में खत्म हो गया लेकिन इंग्लैंड की टीम को हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 412 रन बनाए थे। वहीं इंग्लैंड 231 रन ही बना पाई। उस समय के नियमों के अनुसार इंग्लैंड को फॉलो ऑन मिला और दूसरी पारी में रंजीत सिंह के 154 रनों की पारी के दम पर 305 रन बनाए। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सात विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया और मैच अपने नाम किया।

इंग्लैंड को मिली थी हार

रंजीत सिंह ने इंग्लैंड के लिए 15 मैच खेले। 15 टेस्ट मुकाबलों की 26 पारियों में उनके नाम 989 रन और एक विकेट हैं। रंजीत सिंह 1907 में नावानगर के राजा बने। वह क्रिकेट से फिर भी दूर नहीं रहे। आज फर्स्ट क्लास फॉर्मेट में खेले जाने वाले घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का नाम उन्हीं के नाम पर रखा गया है।