भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच कौन बनेगा, यह आने वाले दिनों में मालूम चल जाएगा। सोमवार को कोच चुनने के लिए नियुक्त क्रिकेट अडवाइजरी कमिटी (सीएसी) ने उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया था। सचिन तेंडुलकर, एक सीएसी सदस्य के अलावा  ज्यादातर लोग स्काइप से जुड़े हुए थे। इकलौते वीरेंद्र सहवाग व्यक्तिगत तौर पर इंटरव्यू देने पहुंचे थे। 4 घंटे की मीटिंग के बाद सौरव गांगुली ने कहा कि सीएसी को कोच चुनने के लिए थोड़ा वक्त और चाहिए। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में कप्तान विराट कोहली से बातचीत करेगी। जिन उम्मीदवारों ने कोच पद के लिए प्रेजेंटेशन दी हैं, उनमें रवि शास्त्री, टॉम मूडी, वीरेंद्र सहवाग, रिचर्ड पायबस और लालचंद राजपूत हैं। पूर्व वेस्टइंडीज कोच फिल सिमंस इंटरव्यू के लिए नहीं पहुंच सके। लेकिन इस दौरान एक बात यह मालूम चली है कि जिन लोगों की प्रेजेंटेशन सबसे शानदार थी, उनमें रवि शास्त्री, वीरेंद्र सहवाग के अलावा टॉम मूडी भी थे। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कोच पद की रेस में उन्हें कमतर नहीं आंका जा सकता। इस बार जो कोच चुना जाएगा, उस पर टीम इंडिया को वर्ल्ड कप 2019 में जीत दिलाने की जिम्मेदारी भी होगी।

दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त बीसीसीआई प्रशासकों की समिति ने बोर्ड से कहा है कि वह आज शाम तक मुख्य कोच का एेलान करे। सीओए के चीफ विनोद राय ने सीएसी से आज (11 जुलाई) मुख्य कोच का नाम बताने को कहा है। उन्होंने बोर्ड के सीईओ राहुल जौहरी और सेक्रेटरी अमिताभ चौधरी से बातचीत कर मुख्य कोच के नाम का एेलान करने को कहा है।

सोमवार को कोच चयन में विराट की दखलअंदाजी के सवाल पर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा था, “विराट अभी तक इससे दूर रहे हैं। उन्होंने हमें अभी तक कुछ नहीं कहा है। न ही उन्होंने हमें कोई मेल भेजा है। लेकिन सीएसी में हमें लगा कि उनकी राय बेहद जरूरी है क्योंकि वह कप्तान हैं। उन्हें और हम सभी को एकमत होना होगा क्योंकि हमारे लिए भारतीय क्रिकेट सबसे ऊपर है। विराट को भी समझने की जरूरत है कि कोच कैसे काम करेंगे।”