अपने करियर की सबसे विस्फोटक प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्रीलंका के ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज ने सोमवार,7 नवंबर वर्ल्ड कप 2023 में टाइम आउट करने के लिए बांग्लादेश की टीम और उसके कप्तान शाकिब अल हसन को आड़े हाथ लिया। टाइम आउट को उन्होंने शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि अपने 15 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान उन्होंने किसी टीम या खिलाड़ी को इतना नीचे गिरते हुए कभी नहीं देखा।
मैथ्यूज ने कहा कि बांग्लादेश की जगह कोई और टीम होती तो ऐसा नहीं करती। उन्होंने दावा किया कि वह क्रीज पर में थे और गेंद खेलने को तैयार थे। जब उनके हेलमेट की स्ट्रीप टूटी तब 2 मिनट होने में 5 सेकेंड का वक्त था। सबूत के तौर इसका वीडियो उनके पास है। मैथ्यूज इंटरनेशनल क्रिकेट में टाइम आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने।
एंजेलो मैथ्यूज का बयान
प्रेस कॉनफ्रेंस के दौरान मैथ्यूज ने कहा, “शाकिब और बांग्लादेश ने जो किया वह शर्मनाक था। अगर वे इस तरह से विकेट लेना चाहते हैं और इतना नीच गिरना चाहते हैं, तो यह दिक्कत वाली बात है। बांग्लादेश ने जिस तरह से खेला वह बेहद निराशाजनक है। यदि मांकडिंग या ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड होता था, तो कोई समस्या नहीं होती।
एंजेलो मैथ्यूज ने बताया, “दो मिनट के भीतर मैं क्रीज में था और जब मैं क्रीज में था तभी मेरा हेलमेट टूट गया। अंपायरों ने ये देखा था। मेरे पास अभी भी पांच सेकंड बचे थे। मैंने अपना हेलमेट दिखाया तो अंपायरों ने कहा कि बांग्लादेश ने अपील की है। तो मैंने पूछा कि कॉमन सेंस की बात है कि मेरे दो मिनट भी नहीं बीते थे।”
मुझे नहीं लगता कि कोई अन्य टीम ऐसा करेगी
मैथ्यूज ने आगे कहा, “मेरे पास इसे समझाने के लिए शब्द नहीं हैं। अपने 15 साल के करियर में मैंने कभी किसी टीम या खिलाड़ी को इतना नीचे गिरते नहीं देखा। दुर्भाग्यवश स्ट्रैप टूटने की घटना बांग्लादेश के खिलाफ हुई। मुझे नहीं लगता कि कोई अन्य टीम ऐसा करेगी क्योंकि सबकुछ ब्लैक एंड व्हाइट की तरह साफ था। यह इक्विपमेंट में दिक्कत की बात थी। सुरक्षा को ध्यान में रखा जाना चाहिए था। हम जानते हैं कि बिना हेलमेट के मैं तेज गेंदबाजी का सामना नहीं कर सकता था।”
शाकिब को लेकर नजरिया बदल गया
मैच के बाद घटना के बारे में पूछे जाने पर, शाकिब ने कहा कि वह मैथ्यूज को तब से जानते हैं जब उन्होंने एक दूसरे के खिलाफ अंडर -19 क्रिकेट खेला था, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि नियम तो नियम हैं। मैथ्यूज ने कहा कि विवाद के बाद शाकिब के बारे में उनका नजरिया बदल गया है।
मैं सबूत के साथ बात कर रहा हूं
मैथ्यूज ने कहा, “आज तक, मेरे मन में उनके और बांग्लादेश टीम के लिए सम्मान था। सब कोई जीतने के लिए खेलता है। यदि यह नियमों के अंतर्गत है, तो यह ठीक है। लेकिन आज मेरे मामले में दो मिनट के भीतर ही मैं स्पष्ट रूप से वहां पहुंच गया था। हमारे पास वीडियो सबूत हैं और हम बाद में एक बयान देंगे। मैं यहां सिर्फ आकर बातें नहीं कह रहा हूं। मैं सबूत के साथ बात कर रहा हूं। कैच लेने के समय से लेकर मेरे क्रीज में जाने तक हेलमेट टूटने के बाद भी मेरे पास पांच सेकंड का समय था।”
शाकिब ने अपील नहीं ली वापस
अंपायरों ने शाकिब को अपनी अपील वापस लेने का मौका दिया जब मैथ्यूज ने उन्हें समझाया और शाकिब को बताया कि उनके हेलमेट का पट्टा टूट गया है, लेकिन शाकिब पीछे नहीं हटे। मैथ्यूज ने कहा “हां, शाकिब के पास अपील वापस लेने का विकल्प था। वह जानते थे कि मैं समय बर्बाद नहीं कर रहा था। मैं समय के भीतर वहां था। मैं समय बर्बाद करने या फायदा उठाने की कोशिश नहीं कर रहा था।”
श्रीलंकाई टीम ने बांग्लादेश की टीम से हाथ नहीं मिलाया
मैच के बाद श्रीलंकाई टीम ने बांग्लादेश की टीम से हाथ नहीं मिलाया। मैच के दौरान दोनों टीमों के के खिलाड़ियों के बीच छींटाकशी भी देखने को मिला। बांग्लादेश के 280 रन के लक्ष्य को हासिल करने के बाद श्रीलंका के कई फील्डर्स ने नॉटआउट बल्लेबाजों से हाथ मिलाया, लेकिन वे बाकी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने के लिए बांग्लादेश के ड्रेसिंग रूम से नीचे जाने वाली सीढ़ियों की ओर नहीं गए। मैथ्यूज ने शाकिब का विकेट लिया तो उन्हें चिढ़ाया। उन्होंने कलाई की ओर टाइम देखने का इशारा किया।
हाथ न मिलाने पर क्या बोले मैथ्यूज
मैथ्यूज ने हाथ न मिलाने पर कहा,”आपको उन लोगों का सम्मान करना होगा, जो हमारा सम्मान करते हैं। उन्हें खेल का भी सम्मान करना होगा। अंपायरों सहित हम सभी इस खूबसूरत खेल के एंबेसडर हैं। यदि आप सम्मान नहीं करते हैं और कॉमन सेंस का उपयोग नहीं करते हैं, तो आप और क्या मांग सकते हैं?”